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Definitional Dictionary of Surgical Terms (English-Hindi)
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Ehylocele
अंडधर कंचुक (tinica vaginalis) कोश में वसा लसीका (Chyle) या लसीका (lymph) का संग्रह। ऐसी अवस्था प्रायः फाइलेरिया रोग (filariasis) के साथ-साथ होती है। इस रोग की चिकित्सा पहले मूल रोग, जैसे फाइलेरिया रोग, की चिकित्सा करना है। इसके बाद अपस्फीत लसीका वाहिनियों के साथ या उनको छोड़कर कोश का बहिर्वर्तन तथा अवपूर्ण उच्छेदन करना होता है।

Ectoderm
बाह्य जनन स्तर
प्राणियों के भ्रूण में तीन प्राथमिक कोशिका स्तरों में से सबसे बाहर की परत, जिससे अधित्वक् और तंत्रिका ऊतक बनते हैं।

Ectopia Vesicae
अस्थानी विवृत मूत्राशय
ऐसी सथिति जिसमें मूत्राशय अपने स्थान पर न होकर उदर-भित्ति के बाहर स्थित होता है।

Egg
अंडा
यथार्थतः केवल मादा युग्मक या अण्डाणु।

Elastic Banadage
प्रत्यास्थ पट्टी
ऐसी पट्टी जो खींचे जाने पर मामूली सी बढ़ जाती है लेकिन छोड़ दिए जाने पर पुनः अपनी मूल अवस्था में आ जाती है।

Elephantiasis
श्लीपद
फाइलेरिया रोग की एक विशिष्ट अभिव्यक्ति (classical manifestation) जो टांगों तथा जनन अंगों (genitalia) को प्रभावित करती है। कभी-कभी अर्बुद, जैसे स्तन कार्सिनोमा, कक्षा लसीका पर्वो (axillary lymph nodes) तथा लसीका वाहिनियों में फैल जाते हैं जिससे ऊपरी शाखा अर्थात् बांह (upper limb) का श्लीपद हो जाता है। इसकी चिकित्सा, संरक्षी (conservative) है। स्थूल या मोटे ऊतकों को काटा (उच्छेदन) जाता है तथा कारण के दुर्दम होने परकोशिकाविषी औषधियों (cytotoxic drugs) का सेवन किया जाता है।

Elephantiasis
श्लीपद फीलपाँव
वह रोग, जिसमें बूचेरेरिया बैन्क्राफ्टाई नामक परजीवी सूत्रकृमि के कारण पाव में अत्यधिक सूजन के कारण वह मोटा हो जाता है।

Elisa
एलाइजा
प्रतिजनों या प्रतिरक्षियों के मापन की प्रक्रियाओं, शोषक मापन में से एक जिसमें विशेष इम्यूनोग्लोबुलिन से सहबद्ध एन्जाइम की मात्रा का मापन किया जाता है।

Embolectomy
अन्तः शल्य-निष्कासन
शस्त्रकर्म द्वारा रक्त वाहिका (blood vessel) से अन्तः शल्य (embolus) को बाहर निकाल देना।

Embolus
अन्तःशल्य
कोई पिण्ड जो रक्त क बहाव (रक्त प्रवाह) के लिये बाहरी वस्तु हो। यह रक्त की नली में कहीं फंस कर एकदम अवरोध या रूकावट पैदा कर देता है। आमतौर पर अन्तः शल्य रक्त का जमा हुआ भाग या थक्का (clot) होता है, जो हृदय के रूमेटिक कपाटिका रोग (rheumatic valvular disease) तथा अनुतीव्र जीवाणुज अन्तर्हृदशोथ (subacute bacterial endocarditis) से उत्पन्न होता है यह जंघा की पिंडलियों की पेशियों की शिराओं में उत्पन्न होता है और तब फुप्फुस धमनी में फंसकर फुप्फुस अन्तःशल्यता (pulmonary embolism) की अवस्था को उत्पन्न करता है जो घातक (fatal) सिद्ध होती है। धमनी अन्तः शल्यता (arterial embolism) के विशिषअट लक्षणों में तुरन्त दर्द का होना, शाखा (limb) में अपसंवेदन (paraesthesia), पीलापन का होना तथा परिसरीय नाड़ी (peripheral pulse) का विलुप्त होना।


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