logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

Please click here to read PDF file Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

अंक करना
स्वीकार करना
विधि ने जो तुम्हे अच्छा-बुरा दिया है, उसे अंक करो।

अंक देना-अंक भरना, अंक लगना, अंक लगाना, अंकमाल देना, अंकवार देना
आलिंगन करना
साषत बांभण मति मिलै, वैसनों मिलै चंडाल। अंकमाल दे भेटिये, मानौं मिले गोपाल (कबीर ग्रंथा-कबीर, 53); तब अंकम दै गोरा मिला (पद . जायसी, 53/7); सूरदास प्रभु संग मिलि हरषित, प्यारी अंकम भरियां (सू. सा.-सूर, 3238); तेहि भरि अंक राम लघु भ्राता (राम. (अ)-तुलसी, 554); भेंटे नहीं भरि अंक लला भरि जीभ न बोली जू बोल नवीनें (केशव. (1)-केशव, 57); हाय एक बेर तो आकर अंक में लगा जाओ (भा. ग्रं.(1) भारतेन्दु, 448); उस समय सुअंक लगा करके XXचुम्बन से कौन मुझे भरकर ताड़ना ताप लेती थी हर (चक्र.-दिनकर, 255)।

अंक भरना
दे. अंक देना

अंक में छिपाना
आश्रय में ले लेना
मुझे कोई भी तो ऐसा नही दिखलाई पड़ता जो उसे अंक में छिपा ले।

अंक लगना
दे. अंक देना

अंक लगाना
दे. अंक देना

अंक लेना
आलिंगन करना
प्रिया निरखति पंथ, मिलै कब हरि कंत, गए इहि अत हंसि अंक लीन्हो (सू. सा. -सूर, 2602)

अंक लेना
गोद में लेना
प्रथम भये सुत को बहू, अंकहि लेति लजाति (मति. मक.- मतिराम, 250)

अंकमाल देना
दे. अंक देना

अंकवार देना
दे. अंक देना


logo