logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

Please click here to read PDF file Vrihat Muhavara Kosh (Khand 1)

अंगारों पर पैर रखना
दे. अंगारों पर चलना

अंगारों पर लोटना
कष्ट पाना
तिन्हैं यौं सिराति छाती तोहि वै लगति ताती, तेरे बांटें आयौ है अंगारनि पै लोटिबो (घन. कवित्त-घना .; 34); तीन दिन फिर मैंने अंगारों पर लोट-लोट कर काटे (मान . (2)-प्रेमचंद, 105)।

अंगारों पर लोटना
ईर्ष्या होना
कांति की जिंदगी तो अंगारों पर लोटते ही बीती है, अंगारों पर लोटते ही बीतेगी।

अंगारों पर लोटना
रोष प्रकट करना
क्यो अंगारों पर लोट रहे हो? सारी स्थिति पर ठंडे दिमाग से विचार करो।

अंगारों पर लोटाना
अत्यंत कष्ट देना
तुम्हें अंगारों पर न लोटाया तो मेरा नाम नहीं।

अंगिया की बखिया उधेड़ना
व्यर्थ की बहुत छानबीन करना
कुछ लोगों की आदत होती है- अंगिया की बखिया उधेड़े बिना उन्हें चैन नहीं मिलता।

अंगुरियाना
परेशान करना
चौबीसों घंटा किसी को अंगुरियाने से वह कैसे काम करेगा?

अंगुल-अंगुल
सम्पूर्ण, पूरी तरह से
हम जौ-जौ और अंगुल-अंगुल और पोर-पोर भस्म हो रहे हैं (गोदान-प्रेमचंद, 14)

अंगुल-अंगुल
बहुत थोड़ा-सा
उसकी मत पूछो, वह तो अंगुल-अंगुल जमीन के लिए जान दे रहा है।

अंगुल-अंगुल पर कांटे बिछाना
अनेक बाधाएं उपस्थित करना; बहुत कष्ट देना।
अपनी ओर से उसने अंगुल-अंगुल पर कांटे बिछाने में कोई कसर न रखी।


logo