logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Definitional Dictionary of International Law (English-Hindi)
A B C D E F G H I J K L M N O P Q R S T U V W X Y Z

breach of treaty
संधि भंग किसी एक पक्ष द्वारा संधि के उपबंधों को प्रतिकूल कार्य करना अथवा संधि के अंतर्गत अपने दायित्वों को न निबाना संधि भंग कहलाता है । यह एक कानूनी अपचार है ।

Brussels conventions
बुसेल्स अभिसमय 29 नवंम्बर 1969 को तेल के समुद्र में बिखरने से होने वाले प्रदूषण और उसके परिणामों के संबंध में दो अभिसमय स्वीकार किए गे । पहले अभिसमय का विषय या - तेल के प्रदूषण से होने वाले दुष्परिणामों की स्थिति में महासमुद्र में हस्तक्षेप का अधिकार । दूसरे अभिसमय का विषय था - तेल के प्रदूषण से होने वाली क्षति के लिए दायित्व । प्रथम अभिसमय के अंतर्गत राज्यों को तेल प्रदूषण की दुर्घटना होने पर अनेक सुरक्षात्मक उपाय अपनाने के अधिकार दिए गए थे दूसरे अभिसमय के अंतर्गत तेल प्रदूषण से होने वाली क्षति के लिए तेल टेंकर के स्वामी का पूर्ण दायित्व माना गया था ।

Brussels Trreaty Organisation (=Western European Union)
ब्रुसेल्स संधि संगठन मार्च 1948 में ब्रिटेन, नीदरलैंड्स लक्ज़मबर्ग, बेल्जियम तथा फ्रांस के मध्य हुई संधि जिसका उद्देश्य पश्चिम यूरोप के रक्षार्थ एक क्षेत्रीय सुरक्षा संगठन स्थापित करना था । सन् 1955 में जर्मन संघीय गणराज्य और इटली भी इस संघ में शामिल हो गए और तब इसका नाम पश्चिम यूरोपीय संघ हो गाया । नाटो के साथ सैनिक सहयोग करना इसका मुख्य लक्ष्य था ।

buffer state
अंतःस्थ राज्य दो या अधिक परस्पर विरोधी अथवा बड़े राज्यों के मध्य स्थित ऐसा छोटा, तटस्थ और स्वशासित राज्य जो सैन्य - अवरोधक का कार्य करता है और जिससमे उनमें परस्पर प्रत्यक्ष संधऱ्ष की संभावना सीमित हो जाती है । इसे उभयरोधी राज्य भी कहा जाता है । ऐसे राज्य के उदाहरण हैं स्विटज़रलैंड, नेपाल आदि ।

cabotage
आंतरिक परिवहन किसी समुद्री राज्य में उसके तटीय नौपरिवहन अर्थात् उसके एक बंदरगाह से दूसरे बंदरगाह तक माल एवं यात्री लाने - ले जाने की सेवा उस राज्य द्वारा स्थानीय नौपरिवहन कंपनियों के लिए आरक्षित कर देना और विदेशी जलपोतों को इसमें भाग लेने की अनुमति न देना । यही स्थिति हवाई आंतरिक परिवहन की भी है । इसमें भी विदेशी कंपनियों को किसी राज्यके दो हवाई अड्डों के बीच यात्री या माल उठाने की अनुमति नहीं दी जाती ।

Calvo clause
काल्वो खंड कीस विदेशी नागरिक और किसी राज्य की सरकार मे हुई किसी संविदा का वह प्रावधान जिसके अंतर्गत वह विदेशई यह स्वीकार कर लेता ह कि उस संविदा से पैदा होने वाले प्रश्नों के समाधान के लिए वह अपने राज्य की सरकार का संरक्षण या सहायता नहीं लोगा । इसके अनुसार संविदा से उत्पन्न होने वाली शंकाओं तथा झगड़ों का निबटारा राज्य के सक्षम अधिकरण ही राज्य - विधि के अनुसार करेंगे । इस नागरिक का राज्य इस विषय में कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकेगा । इसका प्रतिपादन अर्जेन्टना के विधिवेत्ता काल्वो ने किया ।

Calvo doctrine
काल्वो सिद्धांत अर्जेन्टीना के विधिवेत्ता काल्वो ने इस सिद्धांत का प्रतिपादन किया कि क ई र्जाय गृह युद्ध अथवा आंतरिक विद्रोह की स्थिति में राज्य में रहने वाले विदेशियों को हुई क्षति के उत्तरदायी नहीं ठहराया जा सकता । इस सिद्धांत के पीछे दो उद्देश्य थे (1) शक्तिशाली राज्य अपने नागरिकों की क्षतिपूर्ति के बहाने निर्बल राज्यों में हस्तक्षेप न कर सके, और (2) विद्रोह अथवा गृहयुद्ध से क्षतिग्रस्त होने पर विदेशी व्यक्ति स्थानीय नागरिकों की अपेक्षा अतिरिक्त संरक्षण अथवा क्षतिपूर्ति न पा सके ।

cannon - shot rule
तोपमार नियम, तीन मील का नियम वह नियम जिसेक अनुसार समुद्र तटवर्ती राज्य समुद्र में केवल वहीं तक अपनी प्रभुसत्ता स्थापित कर सकता है जहाँ तक तोप का गोला मार कर सकता है । अठारहीं शताब्दी में यह धारणा थी कि वह दूरी 3 मील है । इसी कारण से भूभागीय समुद्र के 3 मील के नियम की दूरी के सिद्धांत का प्रतिपादन हुआ । अब यह दूरी 12 समुद्री मील मानी जाती है । 1982 के समुद्री अभिसमय में यही व्यवस्थआ है ।

cartographic aggression
मानचित्रीय आक्रमण किसी राज्य द्वारा अपने अधिकृत मानचित्रों में किसी दूसरे विशएषकर पड़ौसी राज्य अथवा राज्यों के प्रदेश या प्रदेशों को अपना भूभाग दिखाना मानचित्रीय आक्रमण कहलाता है । उदाहरण के लिए चीन के मानचित्रों में भारत भूमि के उत्तरी और उत्तरपूर्वी क्षेत्रों के भाग दिखाए गए हैं जिनके विरूद्ध भारत निरंतर आपत्ति करता आया है ।

Case law
निर्णय विधि अंतर्राष्ट्रीय विधि का एक महत्वपूर्ण स्रोत विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय या न्यायाधिकरणों और राष्ट्रीय न्यायालयों द्वारा विभिन्न विवादों में दिए गए निर्णय भी होते हैं या इन निर्णयों को विवादों के विभिन्न पक्षकार नजीरों रूप में प्रसुत्त करते हैं । यद्यपपि न्यायालय द्वारा इनको मानना आवश्यक नहीं है परंतु ये न्यायालय को प्रबावित अवश्य करते हैं और कालांतर में ये प्रथागत अंतर्राष्ट्रीय विधि का रूप ग्रहण करके अंतर्राष्ट्रीय विधि के विकास में सहायक होते हैं ।


logo