अपने पूर्वजों के मानक प्ररूप में बहुत ज्यादा अलग पड़ने वाले माता पिताओं की संतान का उनसे अपेक्षाकृत कम भिन्न होने की प्रवृत्ति, जैसे- दो बहुत लंबे माता पिताओं की संतान की लम्बाई का अपेक्षाकृत औसत होने की संभावना।
Film colour
फिल्म वर्ण
प्रेक्षक की आंखों के सामने मँडराता रहने वाला एक ऐसा हल्का छायावत् अनिश्चित और सफेद सा रंग जो प्रेक्षक को बादल या झिल्ली जैसा लगता है- जैसे वर्ण-क्रमदर्शी के क्षेत्र में देखे जाने वाले रंग।
Filter theory
निस्यंदक सिद्धांत
ब्रॉडबेन्ट द्वारा प्रतिपादित अवधान का सिद्धान्त जिसके अनुसार कुछ संवेदी सूचनाओं को रोकना ताकि कुछ आयामों को नकार कर अन्य आयामों पर ध्यान केन्द्रित किया जा सके और उन सूचनाओं का सक्रमण हो सके।
Fissure of Rolando
रोलैंडो विदर
प्रत्येक प्रमस्तिष्कीय गोलार्ध के पार्श्वतल के लगभग बीचोंबीच स्थित एक प्रकार की खातिका जो ललाट खंड को पार्श्व खंड से अलग करती है।
Fissure of Sylvius
सिल्वियस विदर
मस्तिष्क के शंख खंड को पार्श्व और ललाट खंडों से अलग करने वाला प्रमस्तिष्कीय कटाव।
Fixation
स्थिरीकरण
किसी समस्या के पूर्व अनुभवों के कारण उस समस्या के समाधान के मार्गों का बाधित होना।
Fixation of affect
भाव-स्थिरण
किसी व्यक्ति या वस्तु विशेष के प्रति अति तीव्र और उत्कट लगाव या अनुराग या ऐसे उत्कट अनुराग की अभिव्यक्ति। यह शब्द सामान्यतया शैशव या प्रारंभिक बाल्यावस्था में विकसित ऐसे अतिशय अनुराग के लिए प्रयुक्त होता है जो आगे चलकर अपरिपक्व या तंत्रिकातापीय रूप ले लेता है जिससे व्यक्ति का अपने विचारों, अपने काम करने के तौर-तरीकों, दूसरे लोगों या पदार्थों के प्रति सामान्य लगाव भी नहीं रह जाता।
Fixed alternate question
नियत विकल्प प्रश्न
किसी प्रयोग, परीक्षा या सर्वेक्षण, आदि में पूछे जाने वाले ऐसे प्रश्न जिनका उत्तर पात्र को प्रश्नकर्ता द्वारा सुझाए गए वैकल्पिक उत्तरों में से किसी उपयुक्त विकल्प को चुन कर देना होता है।
Fixed interval schedule
नियतांतराल तालिका
अनुबंधन के प्रयोगों में प्रयुक्त की जाने वाली अनुक्रियाओं के आंशिक पुनर्बलन की एक तालिका या प्रविधि जिसके अनुसार हर अभीष्ट अनुक्रिया को एक पूर्व निर्धारित समयावधि के बाद ही पुनर्बलित किया जाता है।
Fixed ratio schedule
नियतानुपात तालिका
अनुबंधन के प्रयोगों में प्रयुक्त की जाने वाली अनुक्रियाओं के आंशिक पुनर्बलन की एक प्रविधि या तालिका जिसके अनुसार पात्र की प्रत्येक अनुक्रिया को पुनर्बलित न करके कुछ अभीष्ट अनुक्रियाओं को ही पुनर्बलित किया जाता है, अर्थात् पुनर्बलित की जाने वाली और न की जानेवाली अनुक्रियाओं का एक अनुपात निश्चित कर दिया जाता है। किसी अनुक्रिया को पुनर्बलित करने से पहले अपुनर्बलित अनुक्रियाओं की कुछ संख्या अवश्य होनी चाहिए।