अमूर्त प्रत्ययवाद
वह तत्वमीमांसीय सिद्धांत जो मूल सत्ता को अमूर्त प्रत्यय स्वरूप मानता है।
Abstractio Imaginationis
कल्पनात्मक अपाकर्षण
स्कॉलेस्टिक दर्शन में सामान्य का कल्पना द्वारा होने वाला बोध भौतिक द्रव्य या पुद्गल से परे हो किन्तु उसकी उपाधियों या संवेद्य गुणों से मुक्त न हो।
Abstractio Intellectus
अमूर्तक बुद्धि
स्कॉलेस्टिक दर्शन में, बुद्धि के द्वारा होने वाला सामान्य का वह बोध जो पुद्गल, उसकी उपस्थिति तथा उसकी अनुषंगी अवस्थाओं से भी मुक्त होता है।
Abstraction
अमूर्तीकरण
1. किसी संपूर्ण वस्तु के एक पक्ष या गुण को विचार के स्तर पर उससे पृथक कर लेना जो कि सामान्य के संप्रत्यय के निर्माण की क्रिया का एक आवश्यक चरण होता है।
2. इस क्रिया का परिणाम
3. स्कॉलेस्टिक दर्शन में सामान्य के बोध के लिए आवश्यक मानसिक क्रिया।
अमूर्तक कल्पितार्थ
वह कल्पितार्थ जिसमें वास्तविकता के किसी अंश की विशेष रूप से उपेक्षा कर दी गई हो।
Abstract Term
अमूर्त पद
जो पद अमूर्त का बोध कराता है, जैसे 'मनुष्यता'।
Abstractum
अमूर्तीकृत तत्त्व
किसी मूर्त वस्तु के वे अमूर्त पक्ष, जो वैचारिक सुविधा के लिए बुद्धि द्वारा उससे पृथक कर लिए जाते हैं जैसे 'सत्यता', 'मनुष्यता', 'लालिमा' आदि।
Abstract Universal
अमूर्त सामान्य
हेगेल के दर्शन में प्रयुक्त शब्द जिसके अनुसार परम सत् अमूर्त सामान्य है, मूर्त्त सामान्य नहीं है।