अंडद्वार
अंडे के जरायु में छिद्र या छिद्रों का समूह जिनसेशुक्राणुप्रवेश करते हैं।
Microscope
सूक्ष्मदर्शी, माइक्रोस्कोप
ऐसा चाक्षुष यंत्र जो मात्र आंखों से न देखी जा सकने वाली छोटी वस्तुओं का लेन्सो के संयोजन से बना आवर्धित प्रतिबिम्ब दिखाता है । उदाहरण - सरल सूक्ष्मदर्शी, संयुक्त सूक्ष्मदर्शी, इलेक्ट्रान सूक्ष्मदर्शी, एक्स किरण सूक्ष्मदर्शी ।
Microtrichium
सूक्ष्मरोमक
सूक्ष्म रोम जैसी संरचनाएं जो मेकोप्टेरा तथा कुछेक डिप्टेरा के पंखों पर पायी जाती हैं । ये बहुत छोटे आवरक रोमों की तरह होते हैं, परन्तु इनमें कोई आधारीय संधि नहीं होती है ।
Migrant species
प्रवासी जाति
भोजन तथा अनुकूल जलवायु की खोज में लम्बी दूरी तक अभिगमन करने वाली जाति ।
Millipede
मिलीपीड, सहस्त्रपाद
दीर्घ बेलनाकार, शरीर वाला स्थलचर सधिपाद जिसके प्रत्येक आभासी काय खंड पर दो पादयुग्म और दो श्वास - रंध्र - युग्म होते हैं (वर्ग - मिरियापोडा, उपवर्ग - डिप्लोपोडा) ।
Mimic
अनुहारक
वह विकासात्मक प्रक्रम जिसके फलस्वरुप कीट अथवा प्राणि परभक्षियों से बचने के लिए पर्यावरण के अनुसार अपना बाह्यस्वरूप बदल लेता है ।
Miner
पर्ण सुंरगक
पादप पत्तियों में सुरंग बनाने वाले कीट ।
Misnomer
मिथ्यानाम
जीवों का गलत नामकरण जिससे इनको समझने में गलती हो सकती है । जैसे दीपभक्षी (lantem fly), कर्ण कीट (ear wigs), मखमली बर्र (valvet ant) 1. दीपभक्षी (lantern fly) : फल्गोरिडी कुल के चूषण मुखांग वाले मत्कुण (बग) । भूल से ऐसा समझ लिया जाता है कि ये लालटेन की तरह चमकते हैं । 2. कर्ण कीट (ear wigs) : डर्माप्टेरा गण के सर्वभक्षी आदंश कीट । ऐसा अंधविश्वास है कि ये मनुष्यों के कानों पर आक्रमण करते हैं, इसलिए इन्हें यह 'मिथ्या नाम' दिया गया है । 3. मखमली बर्र (valvet ant) : इन्हें मखमली चीटियों का नाम दिया जाता है, तथापि ये चीटियां नहीं है, बल्कि हाइमनोप्टेरा गण की परभक्षी बर्रें हैं । ये भूमि में रहती हैं और इनका डंक पीड़ादायक होता है ।
1. दीपभक्षी (lantern fly) : फल्गोरिडी कुल के चूषण मुखांग वाले मत्कुण (बग) । भूल से ऐसा समझ लिया जाता है कि ये लालटेन की तरह चमकते हैं ।
2. कर्ण कीट (ear wigs) : डर्माप्टेरा गण के सर्वभक्षी आदंश कीट । ऐसा अंधविश्वास है कि ये मनुष्यों के कानों पर आक्रमण करते हैं, इसलिए इन्हें यह 'मिथ्या नाम' दिया गया है ।
3. मखमली बर्र (valvet ant) : इन्हें मखमली चीटियों का नाम दिया जाता है, तथापि ये चीटियां नहीं है, बल्कि हाइमनोप्टेरा गण की परभक्षी बर्रें हैं । ये भूमि में रहती हैं और इनका डंक पीड़ादायक होता है ।
Mite
बरुथी
ऐकेरिना गण में ऐरेक्निडा वर्ग के सूक्ष्म या अत्यंत सूक्ष्म संधिपाद जिन्हें बरुथी या चिंचड़ी कहते हैं । इनका शरीर शिरोवक्ष और उदर में बंटा होता है, जिनमें चार पादयुग्म और वेधन - चूषण मुखांग होते हैं । ये अपमार्जक, परभक्षी, पादप - नाशक जीव या परजीवी हो सकते हैं ।
Miticide (acaricide)
बरुथीनाशी
बरुथियों के नियंत्रण में प्रयुक्त रसायन । उदाहरण - वीनापेक्रिल, एरामाइट, एथिल आर्थोफार्मेट, केल्थेन, काराथेन आदि ।