घनत्व स्वतंत्र कारक
वे घनत्व स्वतंत्र अजैविक कारक जो नाशककीट समष्टि में मर्त्यता पैदा करते हैं जिसका समष्टि के आकार या उसके घनत्व से संबंध नहीं होता । मौसम परिवर्तन, अन्य प्राकृतिक आपदाएं या मानवीय कार्यकलाप, बड़े पैमाने पर होने वाले पर्यावरणीय रूपांतरण आदि अजीवीय कारक इस प्रकार की मर्त्यता का कारण बनते हैं ।
Deposit
निक्षेप
पीड़कनाशी की ऐसी मात्रा जो अनुप्रयोग के फौरन बाद जम जाती है ।
Dermal toxicity
चर्मीय आविषालुता
अविच्छिन्न त्वचा के मार्ग से शरीर में घुस जाने के फलस्वरूप होने वाली विषाक्तता । अधिकतर पीड़कनाशी अविच्छिन्न त्वचा द्वारा पूरी तरह या कुछ सीमा तक शरीर में प्रवेश कर जाते है । बहुत से पीड़कनाशी जब तक कुछ विशेष विलायकों में घुले हुए न हों, तब तक जल्दी से अवशोषित नही होते । लेकिन अनेक पीड़कनाशी ऐसे हैं जो सभी प्रकार के संरूपों में अविच्छिन्न त्वचा से घुस जाते हैं । उदाहरण - ऑर्गेनोफॉस्फेट पीड़कनाशी ।
Dermaptera
डर्माप्टेरा (चर्मपंखी गण)
प्ररूपी आदंशी मुखांग वाले लम्बे कीट जिनकी जीभिका (ligula) द्विपालिक (bilobed) होती है । अग्र पंख बहुत छोटे चर्मिल प्रवार (leathery tegmina) में रूपांतरित होते हैं जिनमें शिराएं नहीं होती, पश्चपंख अर्धरधन्वाकार झिल्लीमय होते हैं जिनकी शिराएं अत्यधिक रूपांतरित और अरीयत: (radially) स्थित होती है । सामान्यतया उपंखी रूप पाए जाते हैं । गुल्फ त्रि - खंडीय, लूम (cerci) असंधित और बहुत दृढ़ीकृत (sclerotize) चिमटियों में रूपातरित होते हैं । अण्डनिक्षेपक (ovipositor) लघुकृत या नहीं भी होता । कायांतरण थोड़ा सा या बिल्कुल नही होता । उदाहरण - कर्ण कीट (ईयरविग) ।
Derris species
डैरिस जातियां
रोटीनोन के जड़ युक्त पादप स्रोत जो पहले बहुत महत्वपूर्ण माने जाते थे । रोटीनोन एक प्रकार का कीटनाशी है जो अधिकतर दक्षिण अमरीका (पेरु) की लेन्कोकॉर्पस जाति से प्राप्त किया जाता है ।
Deutonymph
द्वितायार्भक
बरुथी (mite) का तीसरा इंस्टार (निर्मोकरूप) ।
Deutoplasm
पोषद्रव्य
कोशिका द्रव्य में अण्डे का पीतक अथवा पोषक पदार्थ ।
Diapause
उपरति
वृद्धि का धीमा होना अथवा परिवर्धन में रुकावट ।
Dictyoptera
डिक्टिओप्टेरा (जालपंखी गण)
निरवादरुप से तंतुरुपी और बहु - खंडीय श्रृंगिकाओं वाले कीट जिनके मुखांग चिबुकी (mandibulate) होते हैं । टांगें एक दूसरे के समान अथवा अग्रपाद प्रसह (raptorial); कक्षांग बड़े, गुल्फ पंच - खंडीय: अग्र - पंख लगभग मोटे प्रवार (tegmina) में रुपांतरित और सीमांत कॉस्ट शिराओं वाले होते हैं । मादाओं का अण्डनिक्षेपक लघुकृत और सातवें अधरक से छिपा रहता है: नर जननांग जटिल, असममितीय और नौंवें उदरीय अधरक द्वारा छिपा हुआ होता है जिस पर एक जोड़ी शुक (stylet) होते हैं । लूम बहुखंडीय विशिष्टीकृत घर्षणध्वनि अंग और श्रवण अंग नही होते, अण्डे अण्डकवच (ootheca) में होते हैं । उदाहरण - तिलचट्टा (कॉकरोच) और मेन्टिड ।
Diluent
तनुकारी
शत प्रतिशत शक्ति सम्पन्न आविषालु पदार्थ में मिलाया जाने वाला एक द्रव अथवा ठोस पदार्थ जो उसकी उग्रता कम करता है ।