भाषा-दर्शन
दर्शनशास्त्र की वह विधा जिसमें सामान्य भाषा, उसकी वाक्य-संरचना, शब्दार्थ, शब्द प्रयोग आदि की विवेचना की जाती है। समकालीन पाश्चात्य दर्शन में गिल्बर्ट राइल, विटगेन्स्टाइन, आस्टिन आदि इसके प्रवर्तक हैं। भारतीय दर्शन में उक्त विधा भर्तृहरि के चिंतन में द्रष्टव्य है।
Philosophy Of Law
विधि-दर्शन
विधि विषयक अवधारणाओं, समस्याओं, सिद्धांतों आदि का गहन चिंतन। जैसे : संकल्प-स्वातंत्रय, मूल-अधिकार, मूलकर्तव्य, दंड की अवधारणा एवं उसके सिद्धांत, मृत्यु-दंड का औचित्य, आत्महत्या एवमं 'दया-मृत्यु'(mercy-killing) इत्यादि।
Philosophy Of Religion
धर्म-दर्शन
धर्म का दार्शनिक दृष्टि से अध्ययन करने वाला शास्त्र, जो धर्म की प्रकृति, उसका कार्य और मूल्य, धार्मिक ज्ञान का प्रामाण्य इत्यादि प्रश्नों का किसी धर्म-विशेष के प्रति पक्षपात न रखते हुए सामान्य रूप से विवेचन करता है।
Philosophy Of Science
विज्ञान-दर्शन
वैज्ञानिक अध्ययन के क्षेत्र में आने वाली तार्किक, ज्ञानमीमांसीय और तत्त्वमीमांसीय समस्याओं का अध्ययन करने वाला शास्त्र। इसमें वैज्ञानिक प्रणाली में प्रयुक्त 'पूर्व-मान्यताओं', 'प्राक्कल्पना', 'प्रयोग' इत्यादि पदों को परिभाषित किया जाता है और 'बल', 'दिक्', 'काल', 'ऊर्जा', 'द्रव्यमान' इत्यादि संप्रत्ययों का विश्लेषण किया जाता है। विज्ञानों के अभ्युपगमों की जाँच करना भी इसके क्षेत्र में आता है।
Physical Division
भौतिक विभाजन
किसी भौतिक पदार्थ को विभाजित करना, जैसे पेड़ का उसकी शाखाओं, पत्तों आदि में विभाजन। इसका तार्किक विभाजन से भेद हृदयंगम कर लेना आवश्यक होता है।
Physical Evil
भौतिक अशुभ
पैंट्रिक के अनुसार सामान्यतया तीन प्रकार के 'अशुभ' स्वीकार किए गए हैं। भौतिक अशुभ, प्राकृतिक अशुभ एवं नैतिक अशुभ। भौतिक अशुभ के अन्तर्गत सभी प्रकार के शारीरिक अशुभ यथा रोग, वृद्धावस्था, आघात, पीड़ा एवं कुरूपता इत्यादि प्रत्यय सम्मिलित किए जा सकते हैं।
Physicalism
कायावाद, भौतिकवाद
वियना सर्कल (Vienna Circle) के इंद्रियानुभववादियों का वह मत कि सभी भाषाओं और विज्ञानों में प्रयुक्त प्रत्येक सार्थक वाक्य का भौतिकी की भाषा में अनुवाद किया जा सकता है, अर्थात् प्रेक्षण-योग्य वस्तुओं और उनके गुणधर्मों को व्यक्त करने वाली भाषा आदर्श भाषा है।
Physical Realism
कायिक यथार्थवाद, भौतिकी यथार्थवाद
वह मत कि भौतिकी में प्रयुक्त इकाइयों, जैसे : इलेक्ट्रॉन, परमाणु आदि का वस्तुतः स्वतंत्र अस्तित्व है।
Physical Sanction
भौतिक अंकुश
बेन्थम के अनुसार, प्रकृति का सामान्य व्यापार और उसके नियम जो उनके विपरीत आचरण करने वाले को बीमारी इत्यादि उत्पन्न करके कष्ट देते हैं और इस प्रकार एक सीमा तक उसे नैतिक आचरण के लिए बाध्य करते हैं।
Physico-Theological Argument
भौतिक-ईश्वरमीमांसीय यपक्ति
सृष्टि में निहित उद्देश्य अथवा प्रयोजन के आधार पर एक 'चेतन सत्ता' के रूप में ईश्वर के अस्तित्व को सिद्ध करता है। प्रयोजनमूलक युक्ति को कांट द्वारा दिया गया नाम।