राजनीतिक अनुशास्ति
बेंथम के अनुसार राज्य या शासन के द्वारा आपराधिक कार्यों के लिए दिए जाने वाले दंड का भय अथवा अच्छे कामों के लिए मिलने वाले पुरस्कार का लोभ, जो व्यक्ति को नैतिकता का पालन करने के लिए प्रेरित करते हैं।
Polylemma
बहुतःपाश
उभयतःपाश के समान एक युक्ति जिसके साध्य-आधारवाक्य में दो की अपेक्षा अधिक विकल्प दिए जाते हैं।
Polysyllogism
अनेकन्यायवाक्य
न्यायवाक्यों की ऐसी श्रृंखला जो एक अंतिम निष्कर्ष पर पहुँचाती है। इस श्रृंखला के प्रत्येक न्यायवाक्य का निष्कर्ष अगले न्यायवाक्य में आधारवाक्य होता है, और अंतिम निष्कर्ष पूरी श्रृंखला का निष्कर्ष होता है।
Polytheism
बहुदेववाद, अनेकेश्वरवाद
वह सिद्धांत जिसके अनुसार देवता अनेक हैं और प्रत्येक देवता की स्वतंत्र सत्ता है।
Positive Condition
भाव-उपाधि
वह उपाधि जिसकी उपस्थिति किसी कार्य की उत्पत्ति के लिए अनिवार्य होती है, अर्थात् जिसके अभाव में कार्य की उत्पत्ति हो ही नहीं सकती।
उदाहरण : किसी वस्तु के जलने के लिए 'ऑक्सीजन' की उपस्थिति अनिवार्य कारण है। ऑक्सीजन की अनुपस्थिति में जलने की क्रिया संभव नहीं हो सकती। अतः ऑक्सीजन जलने की 'भाव-उपाधि' कही जाती है।
Positive Ethics
वस्तुपरक नितिशास्त्र
वह वर्णनात्मक शास्त्र अथवा समाजशास्त्र का वह भाग जो इस बात का अध्ययन करता है कि विभिन्न कालों और युगों में विभिन्न समाजों में अच्छाई-बुराई, औचित्य-अनौचित्य के बारे में क्या विचार रहे हैं।
Positive Instance
अन्वय-दृष्टांत
जिन दो वस्तुओं के बीच नित्य साहचर्य संबंध पाया जाता है। अर्थात् जिसमें एक की उपस्थिति होने पर दूसरे के विषय में अनिवार्य निष्कर्ष की प्राप्ति कर सकें, ऐसे दृष्टांतों को 'अन्वय-दृष्टांत' कहते हैं। उदाहरण के लिए, जहाँ-जहाँ ध्रूम्र होता है वहाँ अग्नि अवश्य पाई जाती है। अतः ध्रूम्र और अग्नि 'अन्वय दृष्टांत ' हैं।
Positive Philosophy
वस्तुपरक दर्शन
संत साइमन द्वारा प्रयुक्त। इसमें दर्शनशास्त्र को तथ्यपरक माना जाता है। शेलिंग और कोंत (Comte) के द्वारा स्वीकृत एवं परिवर्धित।
Positive Science
तथ्यपरक विज्ञान, वस्तुपरक विज्ञान
तर्कशास्त्र, नीतिशास्त्र, सौंदर्यशास्त्र इत्यादि नियामक विज्ञानों से भिन्न जो विज्ञान केवल वस्तुस्थिति का अध्ययन करते हैं, उन्हें तथ्यपरक अथवा वस्तुपरक विज्ञान की संज्ञा दी जाती है। उदाहरण के लिए मनोविज्ञान, भौतिकशास्त्र, रसायनशास्त्र, मानवविज्ञान इत्यादि शास्त्र तथ्यपरक विज्ञान हैं।
Positive Term
भावात्मक पद
वह पद जो किसी वस्तु या गुण की उपस्थिति को प्रकट करता है जैसे, 'मानव', 'सुख' आदि।