यह अवस्था विमरित बाहिकामय गलगंड (diffuse vascular goitre) के साथ-साथ मिलती है और अवटु अतिक्रियता (hyperthyroidism) सहित दिखाई देता है। यह आमतौर पर युवा स्त्रियों को प्रभावित करती है और इस में नेत्र चिह्न (eye signs) भी मिलते हैं। यह रोग प्राथमिक अवटु विषाक्तता (primary thyrotoxicosis) का संलक्षण (syndrome) कहलाता है।
Dilatation
विस्फारण
नलिकाकार अंग (tubular organ) के व्यास (diameter) को बढ़ाने वाली प्रक्रिया।
Digestive Gland
पाचक ग्रंथि
प्राणियों में आहार पाचन के लिए एंजाइम युक्त स्राव उत्पन्न करने वाली ग्रंथियाँ, जैसे-लार ग्रंथियाँ, अग्न्याशय आदि।
Digestive Tract
पाचन पथ/मार्ग
Dilator
विस्फारक
ऐसा उपकरण जो छिद्र या विवर को विस्फारित करता है।
Diploid Number
द्विगुणित संख्या, डिप्लॉएड संख्या
किसी जीव के युग्मक या नर तथा मादा जनन कोशिकाओं में गुणसूत्र (chromo somes) दुगुनी संख्या में होना, जो किसी जीव-जाति का विशिष्ट लक्षण द्योतक होता है। परिपक्व जनन कोशिकाओं को छोड़कर प्राणीशरीर की सभी कोशिकाओं में गुणसूत्र द्विगुणित संख्या में पाए जाते हैं जैसे मानव में ग्रह संख् 46 है।
Direct Inguinal Hernia
ऋजु वक्षण हर्निया
वक्षण हर्निया कोश का ऋजु बहिः सरण (direct protrusion) वक्षण नलिका (inguinal canal) की पिछली दीवाल (पश्चात् भित्ति) के शिथिल होने के कारण होता है। प्रायशः यह अवस्था प्रौढ़ तथा वृद्धावस्था के पुरुषों में मिलती है। यह हर्निया पुरानी खांसी (chronic cough), मूत्र-कृच्छ्र (पेशाब करने में तकलीफ-dysuria) तथा पुरानी मलावरोध (चिरकारी मलबद्धता-chronic constipation) के कारण अन्तः उदर दाब (पेट के अन्दर का दवाब-intra abdominal pressure) के बढ़ जाने के फलस्वरूप उत्पन्न हो सकता है। यह एक तरफ या दोनों तरफ (एक पार्श्वीय या द्विपार्श्वीय unilateral or bilateral) हो सकता है। इस हर्निया में विपाशन (strangulation) की शंका बहुत कम होता है। यदि कोई सामान्य या स्थानिक प्रतिनिर्देश (contraindications) न हो तो शस्त्रकर्म द्वारा इसकी चिकित्सा की जाती है। प्रतिनिर्देश होने पर हर्निया पेटी का उपयोग कराया जाता है।
Disarticulation
संधि विच्छेदन
किसी शाखा का अस्थि को, काटे बिना, संधि स्थल से अलग करना।
Discoidectomy
चक्रिकाभ-उच्छेदन
अन्तराकशेरुका चक्र (intervertebral disc) का उच्छेदन।
Dislocation
संधिच्युति
जब संधि अस्थियां अपने सामान्य स्थान (anatomical position) से हट जाती है, तो उसे संधिच्यति (हड्डी का उतर जाना) कहते हैं। स्नायुओं (ligaments) में चोट लग जाने के परिणामस्वरूप यह घटना या सूजन (शोथ) के कारण, सम्पुट (capsule) में क्षति आ जाने के परिणामस्वरूप हो सकता है, पीड़ा, सूजन (swelling), दबाने पर दर्द होना (tenderness), असामान्य नियंत्रण अथवा संधि की पूर्ण अचलता आदि लक्षण मिलते हैं पुनः स्थापन (फिर से अपनी जगह पर बैठा देना-reduction) और उसको स्थिर रखना इसकी विशिष्ट चिकित्सा है।