पित्तनलिका एवं आन्त्र को शस्त्रकर्म द्वारा जोड़ना।
Cholangiography
पित्तवाहिनी चित्रण, पित्ताशयनलिका क्षःचित्रण
यह एक्स-रे द्वारा पित्त-पथ (biliary passages) का प्रदर्शन है।
Cholangiohepatitis
पित्तवाहिनी यकृतशोथ
पित्तवाहिनीशोथ (cholangitis) के बाद संक्रमण (infection) का अन्तः यकृत् पित्त मार्ग (intrahepatic biliary passage) में चला जाना। सामान्यतया यह रोग पित्ताशय तथा सामान्य पित्तवाहिनी अश्मरी के हो जाने के बाद होता है। इस रोग की चिकित्सा में सामान्य पित्तवाहिनी (common bile duct) का निकास (drainage) किया जाता है तथा पित्ताशय की पथरी (अश्मरी) को निकाला जाता है।
Cholangitis
पित्तवाहिनी शोथ
पित्त मार्ग अर्थात् पित्त को ले जाने वाली नली (billiary tract) में सूजन आ जाना। यह सूजन पित्त के प्रवाह में रुकावट आ जाने से हो जाती है। सामान्यतया इस रोग में ज्वर, जाड़ा लगना, कम्पकपी (शीत कम्प) तथा पीलिया (jaundice) हो जाते हैं। चिकित्सा में रुकावट करने वाली विकृति को दूर करने तथा अल्प मदद देने वाले उपायों को उपनाना शामिल है।
Cholecystography
पित्ताशय अपरिदर्शी चित्रण
क्ष-किरण द्वारा पिताशय का चित्रण करना।
Cholecystectomy
पित्ताशयोच्छेदन
शस्त्रकर्म द्वारा पित्ताशय निर्हरण करना।
Cholecystenterorrhaphy
पित्ताशयान्त्र सीवन
पित्ताशय का आंत्र के साथ सीवन कर्म।
Chlecystocolostomy
पित्ताशय बृहा दान्त्र संमिलन पित्ताशय बृहदान्त्र में शल्यकर्म द्वारा संबंध स्थापित करना।
Chosecystolithiasis
पित्ताशय-अश्मरी
पित्ताशय में अश्मरी निर्माण।
Cholesysto Enterostomy
पिताशयांत्रभेदन
पित्ताशय एवं आन्त्र का शस्त्रकर्म द्वारा सम्बन्ध स्थापित करना।