β-1, 3(या β-1, 6) ग्लूकोसाइड सहलग्नों से संघटित एक बहुशर्कराइड ।
Cicatrix (cicatrices, pl.)
क्षतांक
बीजाणु सतह का क्षत चिहन जो कवक तंतु के पूर्व संधिस्थल का द्योतक है ।
Chitin
काइटिन
संधिपाद प्राणियों की बाहरी परत एवं अनेक कवकों की कोशिका भित्तियों में पाया जाने वाला N-एसिटिल ग्लूकोसैमीन (N -acetylglucosamine) का बहुलक (polymer)
Chemotherapy
रसोचिकित्सा, रसायन चिकित्सा
रोगों का रसायनिक उपचार जो आंतरिक रूप से कार्य करता है ।
Chemotroph
रसायन पोषी
ऊर्जा प्राप्ति के लिए रासायनिक यौगिकों का उपयोग करने वाला जीन ।
Chloramphenicol
क्लोरऐम्फेनिकोल
ऐसा प्रतिजैविक (एण्टीबायोटिक) जो जीवाणु राइबोसोमों की 5 राइबोसोमी उपइकाई से जुड़ जाता है अथवा आबद्ध हो जाता है और पेप्टाइडल अन्तरण
Chlamydospore
क्लैमाइडो बीजाणु
कवक जाल (mycelium) की कोशिकाओं के सीधे विभेदन से बनने वाला मोटी भित्ति का प्रतिरोधी बीजाणु ।
Chlorophyll
पर्णहरित, क्लोरोफिल
प्रकाश संश्लेषण (photosynthesis) की क्रिया में इलेक्ट्रानदाता के रूप में अत्यावश्यक प्रकाशग्राही हरा वर्णक ।
Chemiosmotic coupling
रसोपरासरणी युग्मन
एक सिद्धांत जिसके अनुसार इलेक्ट्रॉन अभिगमन (transport) के दौरान झिल्ली के पार बनाने वाली प्रोटॉन प्रवणता (gradient) से एक झिल्ली विभव (potential) पैदा होता है जो ए.टी.पी. (ATP) निर्माण को प्रेरित करने के निए पर्याप्त है ।
Chemiosmotic theory
रस परासरणी सिद्धांत
वह सिद्धांत जिसके अनुसार श्वसन श्रृंखला की चयापचयी अभिक्रियाओं से मुक्त होने वाली ऊर्जा को झिल्ली के पार प्रोट्रॉनों की विद्युत्रासायनिक प्रवणता (electrochemical gradient) के रूप में संरक्षित किया जा सकता है । बाद में इस प्रवणता का ए.टी.पी. (ATP) के संश्लेषण के लिए काम में लाया जाता है ।