एक प्रकार का खराद केन्द्रक। इसे टेकस्टॉक में लगाते हैं। इसमें बी - आकार का खांचा बना होता है जो कि खराद के समकोण पर रहता है। यह गोल कार्य को थामने में उपयोगी है जब छड़ में व्यास के उन्मुख छिद्र किया जा रहा हो। पृपया चित्र -5 देखें।
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केन्द्र दूरी (गरारी)
केन्द्र दूरी परस्पर मेलित दो गियरों के अन्तराल - वृत के व्यासों के जोड़ के आधे के बराबर होती है।
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केन्द्रक बरमा
यह एक लघु बरमा होता है जो कार्य को खराद - केन्द्रकों पर बांधने हेतु उसके सिरों पर इस बरमे से शंक्वाकार छिद्र बनाये जाते हैं। 60 डिग्री कोण पर छिद्र बने होते हैं ताकि कार्य खराद केन्द्रकों पर फिट हो सके। यह बरमा रीमर और बरमा - अनी का संयुक्त रूप होता है।
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चूड़ी - कर्तन / चेजन
इस प्रक्रम में चेजर की सहायता से चूड़ीयां काटी जाती हैं।
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चेजन डायल
चूड़ी काटने वाली खराद में काठी पर लगी एक युक्ति, जो यह दर्शाती है, कि काटे जाने वाली चूड़ी के पकड़ने के लिये अग्रण - पेंच को कब चलाया जाय।
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चूड़ी कर्तक / चेजर
यह एक चूड़ी काटने वाला खरादी औजार है जिसमें काटी जाने वाली चूड़ी के अपेक्षित पिच के कई दाँते बने होते है। इससे प्रायः बाहरी चूड़ियां काटी जाती हैं। कृपया चित्र - 9 देखें।
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मध्यक / चीक
साँचा पेटी का बीच का भाग।
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घर्षण - गुणांक
दो सम्पर्कित पिण्डों के बीच घर्षण बल तथा सम्पर्कित सतह पर अभिलम्ब प्रतिक्रिया बल का अनुपात।
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निष्पादन गुणांक (प्रशीतक)
यह शुद्ध प्रशीतन प्रभाव तथा मशीन द्वारा कृत कार्य का अनुपात होता है। इसका मान प्रायः एक से अधिक होता है।
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प्रत्यावस्थाम गुणांक
वह स्थिराँक जिससे दो पिण्डों का संघट्ट के पश्चात् उनकी विपरीत दिशाओं मे गति का आंकलन किया जाता है।