इस भ्रमिकर्तन प्रक्रम में कार्य को भ्रमिकर्तक के दाँते के पथ की दिशा में प्रभरित किया जाता है या यह भी कहा जा सकता है कि इस प्रक्रम में कार्य - टेबल भ्रमिकर्तक की घूर्णी दिशा की ओर चलती है।
Closed system
संवृत निकाय
वह निकाय जिसकी परिसीमा से केवल ऊर्जा का अंतरण ही सम्भव है। इसमें द्रव्यमान स्थिर रहता है।
Clutch
क्लच / ग्राभ
(1) दो शाफ्टों को आवश्यकतानुसार संयुक्त - वियुक्त करने की युक्ति।
(2) चालक और चालित शैफ्टो या पहिये को एक रेखा में योजन और वियोजन की यांत्रिक युक्ति। इसमें योजन या वियोजन दोनों शैफ्टों के बिना रोके तथा इच्छानुसार किया जा सकता है तथा अपेक्षित शक्ति-अन्तरण बिना सर्पण के सम्भव रहता है। ''धर्षण-ग्राभ'' में दोनों पृष्ठ एक दूसरे को दबाती है तथा इस प्रकार पृष्ठ-घर्षण द्वारा यह ग्राभ काम करता है। चुम्बकीय ग्राभ में चुम्बक की आकर्षण शक्ति का इस्तेमाल किया जाता है ''जबड़ा-ग्राभ'' में निश्चित चालन सम्भव है। इसमें उभरे कर्ण होते हैं।
Clutch, cone
शंकु क्लच / शंकुग्राभ
यह एक प्रकार का घर्षण ग्राभ है जिसमें नर और मादा अवयव दोनों शंक्वाकार होते है चालन शुरू करने या बंद करने हेतु नर अवयव को मादा अवयव के अन्दर सरकाया जाता है शंकु - ग्राभ में या तो तेल अवगाह में धातु से धातु का सम्पर्क रहता है या शुष्क चालन की अवस्था में फैब्रिक का धातु से सम्पर्क रहता है।
Clutch, disc
चक्रिका क्लच
यह एक घर्षण - ग्राभ है जिसके चालक एवं चालित अवयव की बर्तुल सपाट पृष्ठें होती हैं तथा दोनों पृष्ठों को सम्पर्क में लाया जाता है। इसमें एक या अधिक प्लेटें शुष्क या स्नेहित अवस्था में दौड़ती है। एक प्लेट वाले को एकल - प्लेट ग्राभ और बहु - चक्रिका वाले को बहुचक्रिका ग्राभ कहते हैं। एक प्लेट ग्राभ में आमतौर पर चक्रिका फैब्रिक - फलाकत होती है जबकि बहुचक्रिका ग्राभ में प्लेटे तेल में घुमती है लेकिन दोनों ही स्प्रिंग भारित होते हैं।
Clutch, dog
कुत्ता ग्राभ / डॉग क्लच
यह एक प्रकार का जबड़ा ग्राभ है। इसमें एक अवयव नर और दूसरा मादा होता है तता दोनों में उभार एवं स्लॉट बने होते हैं इसमें से एक अवयव को मिलन और अमिलन के लिये सरकाया जा सकता है।
Clutch, fluid
तरल ग्राभ
इस प्रकार के ग्राभ में आमतौर पर तेल का इस्तेमाल करते हैं तेल को अचल अवयव में बने संकीर्ण मार्ग से धकेला जाता है यह क्रम तब तक जारी रहता है जब तक कि प्रवाह की वर्धमान चाल से इतना दाब उत्पन्न न हो जाये कि अचल अवयव घूमने लगे। जब चालक अवयव सही चाल पकड़ लेता है तो बहुत कम सर्पण होती है। इस प्रकार के ग्राभों को इस्तेमाल बड़े पैमाने पर आटोमोबाइल संचरण एवं भारी कार्य मशीनों में हो रहा है।
Clutch, jaw
जबड़ा ग्राभ
इस ग्राभ के दोनों अवयवों में जबड़े होते हैं जो आपस मे फंसकर निश्चित चालन प्रदान करते हैं।
Clutch, magnetic
चुम्बकीय ग्राभ
इस प्रकार के ग्राभ में सम्पर्क करने वाली पृष्ठों को चुम्बक द्वारा पास लाया जाता है इसमें स्थायी चुम्बकों की अपेक्षा विद्युत चुम्बकों का अधिक इस्तेमाल किया जाता है।
Clutch, mercury
परा ग्राभ
यह एक तरल ग्राभ है जिसमें तेल की जगह पारे का प्रयोग करते हैं अपकेन्द्री क्रिया के कारण पारा केन्द्र से बाहर की ओर धकेला जाता है और ग्राभ काम करने लगता है।