अनुस्तरी :
उन अन्तर्वेधी आग्नेय पिंडों के लिए प्रयुक्त एक शब्द जो स्थानीय शैल (country rock) के संस्तरण-तल के समांतर स्थित रहते हैं ।
concretion
संग्रथन :
अकार्बनिक अवसादी पदार्थ का एक गोलीय या चक्रिकाभ समुच्चय जो इससे भिन्न संघटन के अवसादी शैलों में एक केन्द्रिय नाभिक के चारों ओर जलीय घोल से निक्षेपण द्वारा निर्मित होता है । यह अन्तर्धारी (enclosing) शैल की अपेक्षा कठोर होता है ।
concretionary
संग्रथित :
संग्रथन उत्पन्न करने वाला या उससे युक्त ।
cone in cone structure
शंकुस्थ शंकु संरचना :
मार्लों, लोहाश्मों (ironstones), कोयलों इत्यादि में मिलने वाली एक संग्रथनी संरचना जिसमें अभिलक्षणिक रूप से एक दूसरे के भीतर स्थित शंकुओं का एक अनुक्रम विकसित हो जाता है ।
conglomerate
संगुटिकाश्म :
जल की क्रिया से घिसे हुए तथा गोलित हुए शैल-खण्डों या गुटिकाओं के परस्पर संयोजन से निर्मित एक शैल ।
conglomerite
दृढ़ संगुटिकाश्म :
वह संगुटिकाश्म जो क्वार्ट्जाइट के ही समान दृढ़ीभवन की प्रावस्था में पहुँच गया हो ।
connate water
सहजात जल :
वह जल जो शैल (अवसादी या बहिर्वेधी आग्नेय) के अन्तराकाशों में शैल पदार्थों के निक्षेपण के समय अन्तःपाशित हो गया हो ।
consolidation
संपिंडन :
भूविज्ञान में वह प्रक्रम या वे सभी प्रक्रम जिनके द्वारा श्लथ, असंपिंडित मृदु अथवा द्रव भूपदार्थ दृढ़ और संसक्त (coherent) हो जाते हैं ।
constructive metamorphism
रचनात्मक कायान्तरण :
उष्मीय या उष्मजलीय प्रक्रियाओं द्वारा नियंत्रित कायान्तरण की एक प्रक्रिया जिसके परिणामस्वरूप तत्रजनित खनिजों का निर्माण होता है ।
constructive phase
रचनात्मक प्रावस्था :
पेग्मेटाइटों की क्रिस्टलन में आरम्भिक प्रावस्था जिसके दौरान बिना खनिज कारकों के प्रभाव से मैग्मीय क्रिस्टलन अग्रसर होता है ।