किसी मुख्य स्वर के तुरन्त पहले प्रयुक्त होने वाला कोई अन्य आलंकरिक स्वर जिसका लेखन चिह्र पाश्चात्य स्वर लिपि में इस प्रकार है :--
Grave
अतीव विलंबित
अत्यन्त मंदगति वाली लय।
Gregorian chant
ग्रेगरीय संगीत
यूरोप के ईसाई धर्मगुरु पोप ग्रेगरी प्रथम से सम्बद्ध धार्मिक सरलगीत जिसका व्यवहार अब भी रोमन कैथोलिक चर्च में होता है।
Gregorian tones
ग्रेगरीय स्वरक
ग्रेररीय संगीत की आठ प्रमुख धुनें जिनमें प्रत्येक धुन मध्यकालीन पाश्चात्य संगीत की अलग मेलों (modes) से सम्बद्ध है।
Ground bass
देo basso ostinato
Half close (=half cadence)
अपूर्ण मुक्ताय
देo cadence, imperfect
Hand bells
कर घंटिकावली
विभिन्न आकार व स्वरों की घंटिकाओं का समूह जिन्हें हाथों से हिलाकर बजाने पर विभिन्न स्वरावलियाँ उत्पन्न होती हैं।
Harmonica
हारमोनिका
मुख से बजाया जाने वाला सुषिर वाद्य विशेष जिसे माउथ आर्गेन भी कहा जाता है।
Harmonics
गुणित स्वर
ततवाद्य की तन्त्री पर आघात या घर्णण द्वारा नाद से उत्पन्न उपनाद।
टि. : सूक्ष्म ध्वनिग्राही कानों वाले विदग्ध सुसंगीतज्ञों को मुख्य नाद के साथ ही साथ हल्की ध्वनि के रूप में उपनाद भी सुनाई पढ़ते है। उच्च आंशिक स्वर (upper partial) को harmonic शब्द का पर्याय मानना सर्वथा युक्तिसंगत नहीं है। उदाहरणार्थ, स्वरित्र द्विभुज (tuning fork) तथा घंटी से इस प्रकार के उच्च अंश स्वर उत्पन्न होते हैं जो गुणित स्वर श्रेणी के अनुरूप (संवादी) नहीं होते। इस प्रकार ऐसे स्वरों को inharmonic upper partials कहा जाता है। अतः सभी harmonic स्वर उच्च अंश स्वर होते हैं लेकिन सभी उच्च स्वर उच्च अंश स्वर होते हैं लेकिन सभी उच्च स्वर अंश harmonics नहीं होते।