logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh (Bundeli)

अंकुरित
सं. पु.
अंकुर के रूप में निकला या फूटा हुआ, उत्पन्न, अद्भुत जिसमें से अंकुर निकले हों।

अंकुस
सं. पु.
वश, काबू, अधिकार, हाथी के हाँकने की नुकीली साँग।

अंकुस
मुहा.
अंकुस राखबो- काबू में रखना, भय दिखाते रहना।

अंकुस
मुहा.
अंकुश न मानबौ- ढीटपन देना।

अंकुस
सं. पु.
भाले की तरह का वह दो मुँहा अंकुड़ा या कांटा, जिससे हाथी चलाया और वश में किया जाता है, गजवाग, वह अधिकार तत्व या शक्ति जिसमें किसी को अधिकार पूर्वक किसी कार्य के लिये अग्रसर किया जा सके अथवा रोका जा सके, नियंत्रण या वश में रखने की क्रिया भाव, दबाव, नियंत्रण या रोक।

अंकुसी
सं. स्त्री.
अंकुश के आकार की कोई छोटी चीज, कोई चीज टांगने या फँसाने का छोटा अंकुड़ा या कांटा, चूल्हे आदि में से कोयला या राख निकालने की छोटी टेड़ी छड़, पेड़ से फल तोड़ने की लग्गी।

अंकोल
सं. पु.
पहाड़ी क्षेत्रों में होने वाला एक पेड़ जिसके पत्ते शरीफ के पेड़ के पत्तों के जैसे होते हैं और फल बेर के बराबर तथा काले होते हैं। इस पेड़ के फल तथा छाल कई रोगों के उपचार के काम आती है।

अंकौरिया
सं. स्त्री.
गोद, बाहु पाश, घास, लकड़ी बगैरह का उतना बोझ जितना दो फैली हुई भुजाओं में आ जाये, प्रयोग हमें अँकोरियाँ भर लकरियाँ चानें, अँकवार का लघु. रूप देखिये अँकवार।

अंखफुरी
क्रि.
आँख फोड़ने का काम।

अंखुआ
वि.
पीका।


logo