ऐसी व्यवस्था, स्थिति या शासन जिसमें औचित्य, न्याय आदि का कुछ भी विचार न होता हो, अंशाति या बिलम्ब की स्थिति, उदाहरण- अंधेर गरदी, अँधेर खाता, कुप्रबंध, गड़बडी।
अंधेर
कहा.
अंधेर नगरी चौपट राजा, टके सेर भाजी टके सेर खाजा- जहाँ शासन में कोई विधि- व्यवस्था न हो वहाँ कहते हैं।
अंधेरो
सं. पु.
अंधकार, अँधेरा, बहुत ही मनमाना व्यवहार या अंधेर करना, निराशा, कृष्ण पक्ष।
अंधेरी
सं. स्त्री.
अंधयारी।
अंधौ
सं. स्त्री.
घोड़ों, बैलों आदि की आँखों पर बांधा जाने वाला कपड़ा।
अंबर-डबर
सं. पु.
सूर्यास्त के समय पश्चिम दिशा में दिखाई पड़ने वाली लाली, उदाहरण- अंबर- डबर सांझ के, ज्यों बालू की भीत।
अंबिका
सं. स्त्री.
माता, माँ, दुर्गा, पार्वती, जैनियों की एक देवी, काशी के राजा की कन्या जिसे भीष्म पितामह हर ले गये थे और जिसके गर्भ से धृतराष्ट्रा उत्पन्न हुए थे, कुटकी नाम का पौधा।