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Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh (Bundeli)

अंडा
सं. पु.
कुछ विशिष्ट मादा जीवों के गर्भाशय से निकलने वाला वह गोल या लम्बोतरा पिण्ड जिसमें से उनके बच्चे जन्म लेते हैं जैसे चिड़ियाँ, मुर्गी या साँप का अंडा।

अंडाकार
वि.
अंडे के आकार का लम्बोतरा गोल।

अंडिनी
सं. स्त्री.
स्त्री में होने वाला एक रोग।

अंडिया
सं. पु.
बाजरे की पकी हुई वाली, सूत की पिंडी, पैर के घुटनों वा पंजों का भाग, स्त्री गांठें और घूंटे का सम्मिलित हिस्सा, अटेरन जिस पर सूत लपेटते हैं, अंडिया सूत की गुत्थी जो तकुवा पर सूत कात कर लपेटी जाती है।

अंडी
सं. स्त्री.
एरण्ड, रेंड का वृक्ष, फल या बीज, एक प्रकार का मोटा रेशम, इस रेशम की बनी चादर या कपड़ा।

अंडुआ
सं. पु.
वह बैल जिसमें आंड़ न निकाले गये हो, जो बधिया न किया गया हो, साँड़ लाक्षणिक- सुस्त आदमी।

अड़ंगा
सं. पु.
बाधा, अर्गला, अबरोध, व्यवधान, किवाड़ों के बन्द करने की लकड़ी।

अंडसना
क्रि. अ.
बीच में, इस प्रकार अटकना या फलना कि चारों ओर से दबाव पड़ने के कारण सहज में न निकल सके।

अंत
सं. पु.
इति, शेष, वह स्थान जहाँ किसी चीज या बात के अस्तित्व विस्तार आदि का अवसान या समाप्ति होती हो, कोई अन्य, छोर, सिरा, मृत्यु, नाश, परिणाम, फ ल, नतीजा, प्रलय।

अंत
क्रि. वि.
अन्तिम अवस्था या दशा में, आखिरकार, उदाहरण- उघरेहि अंत न होहि निबाहू- तुलसी, वक्ता के स्थान से अलग या दूर, दूसरी जगह पर, उदाहरण- गोप सखन संग खेलत रहौं, ब्रज तजि अंत न जैहों।


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