लक्ष्यक्रिस्टल :
पॉर्फिरिटिक शैलों में वे क्रिस्टल जो अपने आसपास के अन्य खनिज-क्रिस्टलों से सुस्पष्टतः बड़े आकार के होते हैं ।
phonolite
फोनोलाइट, ध्वनि प्रस्तर :
नेफलीन-सायनाइट का समतुल्य एक बहिर्वेधी शैल (extrusive rock) जिसके प्रमुख खनिज सोडा ऑर्थोक्लेज या सैनीडीन है तथा अन्य मुख्य खनिज नेफलिन और एजीरीन-डायोप्साइड हैं जिनके साथ कुछ फेल्सपैथायड खनिज भी मिल सकते हैं । ऐपाटाइट तथा स्फीन इस शैल में गौण खनिज के रूप में मिलते हैं ।
phosphatic nodules
फॉस्फेटी ग्रंथिका :
धूसर, काले, भूरे रंग के फॉस्फेट युक्त गोल पिण्ड जो विभिन्न समुद्री निक्षेपों में मिलते हैं और वर्तमान समय में भी समुद्र की तली पर निर्मित हो रहे हैं ।
phosphate rock
फॉस्फेट शैल :
कैल्सियम फॉस्फेट से संघटित अवसादी शैल ।
phreatic water
अधोभौमजल :
भौमजल (underground water) का समानार्थी, यद्यपि मूलतः यह शब्द एक भिन्न अर्थ में प्रयोग में लाया जाता था ।
phyllite
फाइलाइट :
एक मृणमय कायान्तरित शैल जिसमें शैल-विदलन स्लेट और शिस्ट के बीच का होता है । यह शैल समान्यतः शेल तथा टफ़ के प्रादेशिक कायान्तरण से निर्मित होता है ।
picrite
पिक्राइट :
असितवर्णी (dark colour) अधिवितलीय शैल जो प्रचुर मात्रा में ऑलिवीन के साथ पाइरॉक्सीन, बायोटाइट और सम्भवतः ऐम्फिबोल तथा 10 प्रतिशत से कम प्लोजियोक्लेस से युक्त होता है ।
piedmont deposits
गिरिपद निक्षेप :
पर्वत की तलहटी में निर्मित निक्षेप । इनमें स्थूलकणिक पदार्थ जैसे संगुटिकाश्म, संकोणाश्म सूक्ष्मकणिक अवसादों के साथ अन्तरास्तरित (interbedded) होते हैं ।
piezocontact metamorphism
बलसंस्पर्श कायांतरण :
संस्पर्श कायान्तरण की प्रक्रिया जो पर्वतन के दौरान अन्तर्वेधन (intrusion) के कारण विकसित होती है ।
pinch and swell structure
संकोच एवं स्फीति संरचना :
विरूपण के दौरान क्वार्ट्ज़ शिरा के विभिन्न भागों के खिचाव के कारण उनके पतले एवं मोटे होने से बनी संरचना । ऐसी संरचना क्रॉस काट में मोती की लड़ी सी दिखती है ।