(1) प्रशिक्षार्थी के लिए व्यावहारिक कार्य निर्धारण करना या उसको व्यावहारिक कार्य पर लगाना।
(2) प्रशिक्षार्थी के लिए कोई निर्दिष्ट कार्य।
Fink
भेदिया कामगार, भेदिया
शिष्टेतर भाषा का एक शब्द जिसका प्रयोग उस व्यक्ति के लिए किया जाता है जो मज़दूर संघों के साथ विश्वासघात करते हुए हड़ताल को तुड़वाने या असफल बनाने का कार्य करता है।
Fixed shift
बंधी पारी
एक ऐसी व्यवस्था जिसके अन्तर्गत बहु-पारिय प्रतिष्ठानों में एक व्यक्ति या समूह लगातार एक ही पारी में काम करता रहता है।
Follow up
अनुवर्तन
चिकित्सालय, कल्याणकारी अभिकरणों अथवा सुधारात्मक तथा अन्य संस्थाओं से छूटने अथवा उपचार-काल समाप्त होने के पश्चात् भूतपूर्व संस्थावासियों अथवा सेवार्थियों की उसी अथवा अन्य संस्थाओं द्वारा देखभाल एव निगरानी की व्यवस्था।
Forced labour
बेगार
दबाव अथवा कानून द्वारा व्यक्ति की इच्छा के विरुद्ध कराया गया श्रम।
Foster care (=fostering)
प्रतिपालक देखभाल, प्रतिपालन
परिचर्या गृहों, संस्थाओं अथवा परिवारों में अनाथ, उपेक्षित, अपचारी और मनोसामाजिक रूप से अविकसित बालकों की देखभाल।
Foster family
पालक परिवार
देo foster home
Foster home
पालन गृह
वे घर अथवा परिवार जो अनाथ, परित्यक्त और अपचारी बालकों की देखभाल अपने ही बच्चों की तरह करते हैं। इन पर उनके पालन-पोषण का दायित्व तब तक रहता है जब तक उन बच्चों के माता-पिता या संबंधी आकर उन्हें वापस नहीं ले जाते या वे अन्य व्यक्तियों द्वारा गोद नहीं ले लिए जाते अथवा वे अपने पावों पर खड़े नहीं हो जाते। पालक माता-पिताओं को उनका पारिश्रमिक चुकाया जाता है।
Frame of reference
निर्देश आधार
किसी व्यक्ति, समूह या समुदाय की तथ्यों, मूल्यों और सिद्धांतों इत्यादि से सम्बन्धित मान्यताओं का समुच्चय जिससे अपना एवं विश्व का एक सार्थक बिम्ब बनाने में सहायता मिलती है। ऐसे आधार के अभाव में व्यक्ति का समूह के लिये उद्देश्यपूर्ण एवं उपयोगी कार्य करना सम्भव नहीं होता।
Free association
मुक्त साहचर्य
मनश्चिकित्सा की एक विधि। इसके माध्यम से मानसिक रोगियों का विशेषकर मनस्तंत्रिकाताप से ग्रस्त रोगियों का उपचार किया जाता है। इस विधि में मनश्चिकित्सक रोगी के साथ सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध स्थापित करता है और उसे इस प्रकार के सुखद वातावरण में रखता है कि रोगी अपने को पूरी तरह सुरक्षित तथा स्वतन्त्र महसूस करता है। साथ ही वह चिकित्सक द्वारा इस प्रकार प्रोत्साहित किया जाता है कि अपनी दमित इच्छाओं, द्वन्द्वों, निजी भावनाओं तथा वैयक्तिक इच्छाओं को चाहे वे दुखद ही क्यों न हो निर्भयतापूर्वक अभिव्यक्त कर सके।