वह पर्यवेक्षक जिस पर कारखाने के श्रमिकों के प्रबंध और उनके कार्य का प्रत्यक्ष और निकटस्थ उत्तरदायित्व हो । प्रायः यह फोरमेन का पर्याय है किन्तु कभी-कभी इस स्तर से थोड़े ऊपर के व्यक्तियों को भी इसमें सम्मिलित किया जाता हैं ।
first mortgage
प्रथम बंधक
वह बंधक जो अन्य बंधकों में वरिष्ठ हो । ऐसे बंधक का संपत्ति पर प्रथम प्रभार होता है तथा संपत्ति के बेचे जाने की स्थिति में सर्वप्रथम इसी बंधक के ऋण को चुकाया जाता है ।
fixed charges
नियत प्रभार
आवधिक और निरंतर पड़ने वाले वित्तीय उपरि प्रभार जिनका भुगतान होना चाहिए किन्तु इनका व्यावसायिक गतिविधियों से प्रत्यक्ष संबंध नहीं होता । इसमें किराया, ब्याज और मूल्यह्रास जैसे प्रभारों को सम्मिलित किया जाता हैं ।
fixed costs
स्थिर लागत
ऐसी लागत जो एक सीमा तक परिमाण में परिवर्तन होने के बावजद घटती-बढ़ती नहीं हैं, किन्तु इस लागत की प्रति इकाई लागत परिमाण में वृद्धि के साथ कम होती जाती है ।
flexible budget
लचीला बजट
वह बजट जो एक क्रियास्तर पर नहीं अपितु विभिन्न क्रियास्तरों पर लागत अनुमान दर्शाता है । कभी-कभी प्रत्यक्ष कच्चे माल और श्रम को भी लचीले बजट में शामिल कर लिया जाता है । ऐसा बजट उस स्थिति में बनाया जाता है जहाँ अनिश्चित व्यावसायिक परिस्थितियों की वजह से बिक्री का सही अनुमान लगाना कठिन होता है ।
float
तिरना
(i) प्रतिभूतियाँ :- नई प्रतिभूतियों का वह भाग जिसका जनता ने अभी क्रय नहीं किया है।
(ii) बैंकिंग :- उन चेकों की राशि जिन्हें अभी सकारा नहीं गया है।
(iii) लेखाकरण :- तिजोरी या खदरा रोकड़ में रखी गई राशि।
floatation costs
प्रवर्तन लागत
नवीन प्रतिभूतियों को जारी करने एवं उनकी बिक्री में होने-वाले खर्च । इनके अंतर्गत बीमाकर्ता का कमीशन, पंजीकरण शुल्क, छपाई-व्यय, वैधानिक शुल्क और परामर्शदाता शुल्क को सम्मिलित किया जाता है । ये विभिन्न प्रकार की प्रतिभूतियों के साथ बदलते रहते हैं ।
floating charge
अस्थायी प्रभार
ऐसा व्यावसायिक ऋण जो किसी मद विशेष द्वारा नहीं अपितु परिसंपत्तियों द्वारा सुरक्षित होता है । इसमें उधारदाता को प्रतिष्ठान के दिवालिया या परिसमापन की स्थिति में परिसंपत्तियों की मिली-जुली निधि से भुगतान में प्राथमिकता दी जाती हैं ।
floating exchange rate
अस्थायी विनिमय दर
सरकारी हस्तक्षेप के बिना एक देश की मुद्रा को दूसरे देशों की मुद्राओं के साथ अपनी विनिमय दर स्थापित करने देना । ऐसी स्थिति में विश्व मुद्रा बाज़ार में ये विनिमय दरें बाज़ार शक्तियों के अनुरूप घटती-बढ़ती रहती हैं ।