1. रुधिर तथा संयोजी ऊतक की ऐसी कोशिकाएँ जो किसी अंग या ऊतक में इधर-उदर घूमती हैं। उदा. अमीबाणु, बृहत्भक्षकाणु आदि।
2. स्पंजों के मेसेन्काइम में इधर-उधर विचरती अमीकाम कोशिकाएँ।
Warfarin
वारफैरिन
कृंतकों को मारने के लिए प्रयुक्त बहुमात्रिक प्रतिस्कंदक।
Warm-blooded(homothermal)
समतापी, नियततापी
ऐसे प्राणियों के लिए प्रयुक्त शब्द जिनके शरीर का तापमान वातावरण के अनुसार न घट-बढ़ कर एक जैसा बना रहता है। उदा. सभी पक्षी और स्तनी।
Wasp
बर्र
हाइमेनॉप्टेरा गण का पंखयुक्त कीट जिसमें शरीर सासान्यतः छरहरा, मुलायम, उदर बारीक वृन्त द्वारा जुड़ा हुआ, पंख सुपरिवर्धित, मुखांग कर्तन प्रकार के तथा मादाओं व कर्मियों में विषैला डंक होता है । इनके कई कुल है और इनकी जातियाँ समाजिक तथा एकल दोनों प्रकार के स्वभाव वाली होती हैं। नीड बनाने के स्वभाव और भोजन की दृष्टि से इनमें काफी विभिन्नता है किन्तु भ्रमर अथवा मक्षिकाओं के विपरीत ये अधिकांशतः माँसाहारी होते हैं और छत्तों में इल्लियों, कीटों, मकड़ियो आदि को मारकर अपने डिम्भकों के पोषण का प्रबन्ध रखते है। बर्र सामान्य रूप से दो अधिकुलों वेस्पाइडिया व स्पीकाइडिया मे विभाजित किए गए हैं।
Water vascular system
जल संवहनी तंत्र
इकानोडर्मेटों (शूलचर्मियों) के सारे शरीर में जलीय द्रव ले जाने वाली नलिकाएँ।
Wax filament
मोम तंतुक
छोटी नलियां, जो रंध्र नालों से लगी होती हैं तथा एपीक्यूटिकल और क्यूटिकलीय स्तरों का वेधन करती हैं। ऐसा समझा जाता है कि ये मोम अणुओं को एपीक्यूटिकल तक ले जाती हैं।
Wax gland
मोम-ग्रंथि
कुछ कीटों में पाई जाने वाली ग्रंथि-विशेष जो मोम का स्रवण करती है। मधुमक्खियों में ये ग्रंथियाँ उदर के नीचे होती हैं और इनसे भारी मात्रा में मोम का स्रवण होता है, जिसे 'मधु-मोम' कहा जाता है।
Wax layer
मोम परत
क्यूटिकुलीय परत और सीमेन्ट परत के बीच की एपीक्यूटिकुलीय लिपिड परत जोकि क्यूटिकिल की पारगम्यता में सहायक होती है।
Weak link
दुर्बल कड़ी
जीव के जीवन इतिहास का ऐसा सर्वाधिक सुभेद्य बिंदु जिस पर नियंत्रण-साधन आसानी से पहूँचाए जा सकते हैं।
Weevil
घुन
कुर्कुलिओनिडी कुल के भृंग जिनके लंबे प्रोथ या तुंड बीजों, लकड़ी आदि को वेधते हैं। इनमें से अधिकांश भंडारित उत्पादों और फलों के प्रमुख पीड़क होते हैं।