कई जीवधारियों में कोशिकाद्रव्य के अन्दर झिल्ली से घिरा अवकाश अथवा अंगक जिसमें तरल या भोजन आदि के कण हो सकते हैं। प्रोटोजोआ प्राणियों में ये विशेष रुप से देखने में आती हैं और अशन तथा परासरण नियमन की क्रियाओं में योगदान देती हैं। उदा. संकुचनशीन धानी, खाध्य धानी आदि।
Vagina
योनि
मादा प्राणियों में जनन कक्ष से निकलता अंडमार्ग का एक भाग जो युक्त-अंडवाहिनी के पीछे होता है। स्तनियों में गर्भाशय से भग तक जाने वाली जनन-नाल।
Vagina
योनी
गर्भाशय से भग तक क्यूटिकल द्वारा आस्तरित नाल।
Vagus nerve
वेगस तंत्रिका
कशेरुकियों कि दसवीं कपालीय तंत्रिका जो मध्यांश(मेड्युला) की पृष्ठ-पार्श्व भित्ति में कई मूलों से मिलकर बनती है।
Valid name
मान्य नाम
ऐसा उपलब्ध नाम जो पहले से ही किसी पूर्ववर्ती मीन्य सहनाम अथवा समनाम के लिए स्थिर नहीं किया गया हो।
Valve
कपाट, वाल्व
1. झिल्लीदार वलनों वाली संरचना जो किसी वाहीका, नली या छिद्र से तरल को केवल एक ही ओर जाने देती है; जैसे अलिंद निलय कपाट।
2. मोलस्का, ब्रैकियोपोडा तथा क्रस्टेशिया वर्ग के कुछ प्राणियों का कवच।
Valvifer
पुटधर, कपाटधर
अंडनिक्षेपक की आधार पट्टिकाएँ जो संभवत जनन पदों के कक्ष पादांश से व्युत्पन्न होती हैं तथा प्रकठक (valvalae) का वहन करती है।
Valvulae
प्रकठक
प्रवर्धों के तीन जोड़े जो अंडनिक्षेपक की परिच्छादक (ensheathing) पालियों तथा फलकों का निर्माण करते हैं। पहली और दूसरी कपाटिकाएँ जननपादों के युग्मनप्रवर्ध के रुप में होती हैं और तीसरी कपाटिका नौवें उदर खंड के कक्षापादांश की दूरस्थ उद्धर्ध होती हैं।
Vane
पिच्छ-फलक
पर का चपटा भाग जिसमें अंकुशों से जुड़े हुए अनेक पिच्छक और पिच्छिकाएँ होती हैं।
Vannal fold(plica vannalus)
पंखाभिक वलिक
किसी कीट के पक्ष के पंखाभिक क्षेत्र और रेमीजियम के बीच का वलन या वलन की अरीय रेखा; अथवा सामान्यतः अंतः प्रकोष्ठिक क्षेत्र तथा प्रथम पंखाभिक शिरा के बीच में मिलने वाली वलन की रेखा जिसकी स्थिति परिवर्तनशील होती है।