आजा-आजी, चाचा-चाची, देवर-भाभी और शाला-शाली ये परस्पर हंस बोल सकते हैं।
लंदा गे मेने
जेतन कमि रबल गे अटकर।
केड़ा चा उरिः किरिङ लंदा गे अलोम मेनेअ, इतु ले एनङ। दुबिला तसद् अउरि ओपोम रे उरिः पअःसुर केरे किरिङ तनिः गोजोः अ; बुरूमजन रेदो उरिः गे गोजोः अ; रचा सअः केरे किरिङ तनिअः बराकइत का होबाओः अ; इः केरे दो होबाओः अ। इ. मु. पी.।
हंसी समझना
किसी काम को आसान समझना।
गाय या भैंस मोल लेना हंसी मत समझो। यह भी एक कला है। क्रेता और विक्रेता का परस्पंर दूब घास देने और लेने से पहले यदि गाय पैर से धूल उड़ा दे तो खरीद्दार मर जायेगा ; गाय बैठ गई तो वह खुद मर जायेगी; पेशाब कर देगी तो खरीद्दार का बराकत नहीं होगा; पैखाना कर देगी तो बराकत होगा।
लंदा तन लोओः
सुकु जी ते।
जेताएः टका पएसा लंदा तन लोओः गे काको ओमेअ, मोद् चोकोएः दो को उड़ुः इ गेअ।
हंसते हंसते
खुशी खुशी।
कोई हंसते हंसते रूपया पैसा नहीं देता है, थोड़ा सा संकोच होता ही है।