प्रायः देखा गया है-"झगड़ा होने पर अन्यजाति अपने प्रतिपक्ष को कभी दांव नहीं देते हैं।"
दांव देना
मौका देना।
प्रायः देखा गया है-"झगड़ा होने पर अन्यजाति अपने प्रतिपक्ष को कभी दांव नहीं देते हैं।"
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दांव नम
मोका नम।
बेरांजि जन रे कुलाओः होड़ो दांव को नमेअ।
दांव पाना
मौका पाना।
वन में अशांति छाने पर उल् टा बाघा भी दांव पाते हैं।
दांव मरव
बाजी जितवोः।
दांव मारना
बाजी मारना।
दांव लेल
मोका लेल।
दांव देखना
मौका देखना।
दसांइ बकरा
बोंगाइ मेरोम।
मोका रे दसांइ बकरा दांड़ा को रे काको नमोः अ।
बलि का बकरा
बलि पशु।
मौके पर बलि का बकरा भी खोजने पर मिलता नहीं हैं।
दअः अनु अनु ते दल
खुब दल।
एद् कन कमि रे म सब् सोंजोको जन रे दल दोम नालाए गेअ, हातु होड़ो को दलमा, दिकु सिपइओ दअः अनु अनु तेको ददला।
पानी पिला पिलाकर मारना
खूब मारना।
संयोग से बुरे काम में पकड़े जाने पर मार तो पड़ेगी ही। गांव वाले पीटेगें और पुलिस वाले भी पानी पिला पिलाकर मारेंगे।
दांड़े ओम
दांड़े रकब्।
अगोम रेओ ओड़ोः नम बोंगा रेओ दांड़े ओमोः होबाओः अ। राजाको ओड़ोः रायको होड़ो दांड़े को ओमतन तइकेना। इ. मु. खं. टी।
बलि चढ़ाना
बलि देना।
मन्नत मांगने पर और दक्षिणा देने पर बलि चढ़ाना ही पड़ता है। राजा और राय लोग नरबलि चढ़ाते थे।
दांड़े रकब
दांड़े ओम।
टका तोपाकना मेन् ते मुंडि जन रे, एन तअः रअः हसा इदि केआद गितिः अकन रे बोओः लतर रे दो के चि कुमु रे मुंडिओः अ चिकानअः दांड़ेअकना मेन् ते। एनाते नमतन दांड़े रकब् लगातिङा। इ. मु. खं. टी।
बलि चढ़ाना
बलि देना।
यदि कहीं पर गड़ा हुआ घन मिले, तो वहां की मिट्ठी लेकर सोते समय सिरहाने में रखें, तब स्वप्न में दिखाई देगा कि वहां पर किसकी बलि दी गई है। उसके बाद जिस बलि की जरूरत पड़े उसे चढ़ाना चाहिए।