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Mundari Muhavara Kosh

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लिखन रअः कजि
नसिब रअः कजि।
अबुअः सनङ लेका दुकु रे जेताए काएः हिरा धड़िओः अ ओड़ोः गोएः जनिः हसाओ काएः ओम धड़िओः अ, एना दो लिखन रअः कजि दङ। म. क. भ. 2
नियति की बात
विधि का विधान।
हम अपनी इच्छा से दुःख में किसी को देख नहीं सकते और न ही मर जाने पर उसे मिट्‍टी दे सकते हैं यह सब तो नियति की बात है।

लिखन रे
ओनोल रे।
अबुअः गोनोएः दो लिखन रे मेनअः लेका होबाओः गेअ। म. क. भ. 2
भाग में
किस्मत में।
जिसका भाग में जैसा लिखा रहेगा, उसकी मौत वैसे ही होगी।

लिखन रे बनोः
नसिब रे बनोः।
समा गे दड. कुला बुड़िकोबु बोरोअ कोअ, लिखन रेगे बनोः रेदो चाबाकद् कुलाम सेन तुरूबि रेओ काएअः।
किस्मत में लिखा न होना
किस्मत में लिखा न होना।
हम ब्यर्थ ही बाघ भालूओं स डरते हैं। किस्मत में ही अगर लिखा नहीं रहेगा, तो मुँह फाड़े शेर से भी सामना हो जाय, तो वह भी कुछ नहीं करेगा।

लिखन रे मेनअः
नसिब रे मेनअः।
जे लेका लिखन रे मेनअः, से लेका होबाओः गेअ। म. क. भ. 2
किस्मत में लिखा
नसीब में लिखा।
किस्मत में जैसा लिखा रहता है, वैसा ही होता है।

लुतुर ते
अयुम ते।
हपाड़ोमकोअः कुनुलि लुतुर ते का अयुमोः अ। सि. ओ. ए. ए. बों.।
कान से
श्रवण इन्द्रिय से।
पुरखों का निवेदन कान से सुनाई नहीं पड़ता है।

लुतुरोः
कजि अयुम।
कान होना
बात सुनना।

लुतुर उयुः
लुसुन् डुइ। लुलुलुलुइ।
कान गिराना
झुपना।

लुतुर ओनव
लुतुर अतेन।
निदा नुबअः एद्‍कन होड़ो को जांएअः ओड़अः पचिरि जपअः कोरे हेपदाकन को तइना आद् लुतुर ओनव केआते कजि को अयुम कुम् बुड़ुअ।
कान लगाकर सुनना
ध्यान लगाकर सुनना।
रात के अंधेरे में बुरी नियतवाले दीवार की आड़ में खड़े रहते हैं और कान लगाकर छोरी छिपे दूसरों की बाते सुनते हैं।

लुतुर गुन् तुड़िः
कजि भंगव कारे भड़कव।
कमि बगड़व गेम मोनेअ कारे होड़ो लुतुर गुन् तुड़िः तइमे, कमि अएः तेगे बगड़वोः अ।
कान भरना
बहकाना या भड़काना।
काम बिगाड़ना ही है ; तो मुद्‍दालेह का कान भर दो मुद्‍दाई का काम अपने आप बिगड़ जायेगा।

लुतुर चपु
लुतुर सब।
कान छूना
कान पकड़ना।


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