संक्षिप्त न्यायवाक्य
वह न्यायवाक्य जिसकी एक या दो प्रतिज्ञप्तियाँ सुगम होने के कारण व्यक्त न की गई हों।
उदाहरण : मनुष्य मरणशील है और 'क' एक मनुष्य है। (यहाँ निष्कर्ष 'क' मरणशील है' व्यक्त नहीं किया गया है)।
Abbreviative Definition
संक्षेपात्मक परिभाषा
गणितीय तर्कशास्त्र में वह परिभाषा जो यह बताती है कि अमुक प्रतीक अमुक सूत्र का संक्षिप्त रूप है और उसके स्थान पर प्रयुक्त होगा।
Abduction
अपगमन
1. अरस्तू के तर्कशास्त्र में वह न्यायवाक्य, जिसमें साध्य-आधार वाक्य सत्य होता है, किन्तु पक्ष आधार वाक्य केवल प्रसंभाव्य होता है, फलतः निष्कर्ष भी प्रसंभाव्य ही होता है।
2. पर्स (Peirce) के अनुसार तर्क का एक प्रकार जिसमें तथ्यों के समूह-विशेष से उनकी व्याख्या करने वाली प्राक्कलपना प्राप्त की जाती है।
Abiogenesis
अजीवात् जीवोत्पत्ति
वह मान्यता कि जड़ पदार्थ से जीवों का प्रादुर्भाव होता है।
Abnegation
आत्मनिषेध
किसी उच्चतर लक्ष्य की प्राप्ति के लिये अपनी इच्छाओं या लौकिक स्वार्थ का त्याग।
निरपेक्ष
मुख्यतः अध्यात्मवादी विचारधारा में, सर्वोच्च सत्ता जो सर्वग्राही, स्वयंभू, निरपेक्ष, निरूपाधिक नित्य, स्वतंत्र और पूर्ण है। (इस अर्थ को प्रकट करने के लिये यह शब्द प्रायः बड़े A से लिखा जाता है)।
Absolute Concept
निरेक्ष संप्रत्यय
कार्नेप (Carnap) के अनुसार, ऐसा संप्रत्यय जो किसी भाषा-विशेष की अपेक्षा नहीं रखता, जैसे तार्किक आपादन, जो प्रतिज्ञाप्तियों के सम्बन्ध को व्यक्त करता है न कि वाक्यों के सम्ब्न्ध को।
Absolute Ego
निरपेक्ष अहं
फिख्टे (Fichte) के अनुसार, अनुभव में व्याप्त ज्ञाता एवं ज्ञेय या विषय-विषयी के भेद का उदय होने से पूर्व आत्मा की अवस्था।
Absolute Ethics
निरपेक्ष नीतिशास्त्र
वह नीतिशास्त्र जो आदर्शों, नियमों एवं मूल्यों को निरपेक्ष, वस्तुनिष्ठ एवं शाश्वत मानता है।