Bharatiya Bhasha Kosh (Multilingual, Devanagari Script)
गुजराती :कोई वस्तुनुं खोखुं
नेपाली :अस्थिपञ्जर, कङ्काल
बंगला :अस्थिपंञ्जर, कङ्काल
मलयालम :ऐल्लिंकूटु, अस्थिपंजरम्
हिंदी :तसल्ली, सांत्वना, धीरज
संस्कृत :सान्त्वना, धैर्यम्
उर्दू :दिलासा, तसल्ली, ढारस
गुजराती :सांत्वना, शांति, आश्वासन
असमिया :धैर्य, सांत्वना, भरसा
ओड़िआ :आस्वाशना, सांत्वना, भरसा
तमिल :आरु॒दल्, मनो देरियम्
मलयालम :समाधानम्, सांत्वनम्
हिंदी :वह स्थान, जहाँ रोटी, दाल आदि बिकते हैं, एक प्रकार का कच्चा और अस्थायी भोजनालय
बंगला :ढाबा, भोजनालय, होढेल
असमिया :रुटि आदि बनोबा दोकान, चाह-दोकान, ढाबा
तमिल :चिरि॒य उणवु विडुदि, तट्टु क्कडै
हिंदी :चमड़े धातु आदि का बना हुआ वह गोलाकार उपकरण जिसे युद्ध क्षेत्र में सैनिक लोग तलवार, भाले आदि का वार रोकने के लिए अपने बाएँ हाथ में रखते थे
असमिया :ढाल, एफाललै तल लै पेला, फाल
हिंदी :किसी भूखंड का ऐसा तल, जो क्षितिज के समतल न हो, बल्कि तिरछा या नीचे की ओर झुका हो, ढलान
असमिया :अवबाहिका, एढलीया-ठाइ
तमिल :इर॒क्कम्, चरिवु निलम्
हिंदी :वह डुग्गी या ढोल, जिसे बजा कर किसी बात की सार्वजनिक घोषणा की जाती है
गुजराती :ढंढेरो के ते पीटवानो
नेपाली :डुगडुगी, ढोल, डम॒रु
मणिपुरी :पुङ्जाओ तिंदुना पाओचेन्बा
हिंदी :उक्त प्रकार से की हुई घोषणा
असमिया :ढोल-कोबाई-शुनोवा-बातरि
तमिल :दण्डोरा पोट्टु अरिविप्पु
मलयालम :कोट्टि अरि॒यिप्पु
हिंदी :जो जल्दी किसी से डरता न हो और जो भय या संकट के समय भी अपने हठ पर अड़ा रहता हो, धृष्ट
ओड़िआ :जिदिआ, तेढ़ा अबाद्य, धृष्ट
हिंदी :जो प्रायः ऐसे अवसरों पर भी संकोच न करता हो, जहाँ बड़ों की मान मर्यादा का ध्यान रखना आवश्यक हो
नेपाली :ढिठो, उच्छृङ्खल, उत्ताउलो
ओड़िआ :धृष्ट, उद्धत, गर्बी
मलयालम :धिक्कारि, अहंकारि