ए.बी.सी. पद्धति या विश्लेषण (= प्रचलन-मूल्य विश्लेषण)
मदो की श्रेणी का विश्लेषण, उदाहरणार्थ, स्टाक स्तरों, उपभोक्ताओं, विक्रय क्षेत्रों इत्यादि के अन्दर तीन वर्ग बनाना; ए= अतिविशिष्ट, बी= विशिष्ट, सी=सीमांत उपयोगी । इसका उद्देश्य योगों को विभिन्न श्रेणियों/ वर्गीकरणो में छाँटना होता है, जिसे विभिन्न तरीकों से संभाला एवं नियंत्रित किया जा सके । उदाहरणार्थ उपभोक्ताओं के मामले में, ए श्रेणी के उपभोक्ता, विक्रय-प्रबंधक की । जिम्मेदारी है और उनका नियमित निरीक्षण आवश्यक है । जब कि 'सी' श्रेणी के उपभोक्ताओं, जिनका पण्यावर्त नगण्य है, का नियमित निरीक्षण अपेक्षित नहीं है। यह दृष्टिकोण पेरेटो और अस्सी-बीस नियम से मिलता - जुलता हैं ।
above par
अधिमूल्य पर
जब किसी प्रतिभूति, बंधपत्र आदि का बाज़ार-मूल्य उसके अंकित मूल्य से अधिक हो तो वह प्रतिभूति 'अधिमूल्य पर' कही जाएगी ।
समानo at a premium
तुल देo at par, below par.
absenteeism
अनुपस्थितता
कर्मचारी की काम पर नियमित रूप से उपस्थित न होने की प्रवृत्ति । प्रायः इसे कार्य-दिवस अथवा कार्य-पारी में नियुक्त प्रति 100 कर्मचारियों के पीछे अनुपस्थित कर्मचारियों की संख्या के रूप में भी व्यक्त किया जाता है । कार्मिक प्रबंधन की यह एक समस्या है जो इस प्रकार की लगातार गैर-हाजरियों के कारण उत्पन्न होती हैं ।
absentee ownership
दूरवासी स्वामित्व
औद्योगिक स्वामित्व का वह रूप जिसमें धनोत्पादक परिसंपत्तियों पर उनका स्वामित्व होता है, जो न तो उन पर कार्य करते हैं और न ही उनका प्रबंध । ये स्थानीय लोगों के हितों की उपेक्षा कर अपने लाभ का ही ध्यान रखते हैं ।
absolute sale
अशर्त बिक्री, निरपेक्ष विक्रय
बिक्री का वह रूप जिसमें क्रेता या विक्रेता की ओर से कोई शर्त नहीं लगाई जाती ।
absorption costing
अवशोषण लागत निर्धारण
लागत-आकलन की परंपरागत पद्धति जिसके अंतर्गत अपरिवर्ती और परिवर्ती लागतों को उत्पादित माल के ऊपर फैला दिया जाता है ।
acceptance bank
स्वीकर्ता बैंक
वह बैकिंग प्रतिष्ठान जो विशेष रूप से विनियम-पत्रों के निपटान का कार्य करता हैं ।
acceptance sampling
स्वीकरण प्रतिचयन
सांख्यिकीय गुण नियंत्रण के अंतर्गत इस बात की जाँच के लिए कि वस्तु की खेप स्वीकार्य होगी या नहीं, उस वस्तु या माल का एक अंश परीक्षणार्थ निकालना।
acceptance theory of authority
प्राधिकार का स्वीकृति सिद्धांत
प्राधिकार का वह सिद्धांत जिसके अंतर्गत प्राधिकार का अंतिम स्रोत यह है कि अदीनस्थ को अपने उच्चाधिकारी का आदेश मानना लाजमी होता हैं ।
accountability
उत्तरदायित्व, जवाबदेही
1. सौपे गए काम को पूरा करने के लिए प्रदत्त शक्तियों का किस प्रकार इस्तेमाल किया गया, इस बारे में अपने सक्षम अधिकारी को आश्वस्त करने और स्पष्टीकरण देने की अधीनस्थ व्यक्ति की जिम्मेदारी।
2. सुप्रबंध एवं संतोषजनक कार्य-निष्पादन के प्रमाण प्रस्तुत करने का कर्तव्य-भार ।