सामान्य क़ीमत-स्तर में सतत वृद्धि 'स्फीति' कहलाती है। इसके परिणामस्वरूप द्रव्य की क्रय-शक्ति घट जाती है।
inflation के प्रमुख प्रकारों के लिए दे. cost - push inflation, demandlpull inflation, ga-loping inflation, hyper inflation, rundway inflation.
Infrastructure
आधारिक संरचना
किसी देश का आधारभूत पूँजी-ढाँचा जिसके अंतर्गत उसकी परिवहन और संचार-व्यवस्था, बिजली की सुविधाएँ और अन्य जन सेवाएँ आती हैं। कभी-कभी इसका प्रयोग सामाजिक उपरिलागतों के रूप में भी होता है और तब इसमें वहाँ के लोगों का स्वास्थ्य, शैक्षिक स्तर, औद्योगिक कौशल और प्रशासनिक अनुभव आदि भी शामिल कर लिए जाते है।
Insolvency
दिवाला
देनदारियों का यथासमय भुगतान न कर पाने की स्थिति। यह तब उत्पन्न होती है जब व्यक्ति अथवा प्रतिष्ठान की समस्त परिसंपत्तियों का नक़द मूल्य उसकी देयताओं के योग से कम हो।
दे. bankruptcy भी
Instalment
किश्त
ऋण तथा क्रय-मूल्य के पूर्व-निर्धारित अंतरालों पर किए जाने वाले खंडशः भुगतानों की राशि।
Instalment buying
किश्त पर ख़रीद
वस्तु-क्रय की एक विधि जिसके अनुसार क्रेता माल ख़रीदते समय उसका एक अंश शुरू में अदा कर देता है और बाक़ी रक़म पूर्व-निर्धारित अंतरालों पर खंडशः अदा करता है।
Insurance
बीमा
दो पक्षों के बीच विद्यमान संविदात्मक संबंध जिसके अंतर्गत एक पक्ष अर्थात् बीमाकर्ता एक निर्दिष्ट राशि लेकर दूसरे पक्ष अर्थात् बीमादार को संविदा में उल्लिखित घटनाओं से होने वाली हानि की भरपाई करने का वचन देता है।
insurance के प्रमुख प्रकारों के लिए दे. automobile insurance, convertible insurance, endowment insurance, marine insurance, mutual insurance, term insurance, third party insurance
Insurance policy
बीमा पॉलिसी
बीमाकर्ता और बीमित व्यक्ति के बीच होने वाला लिखित करार। इस क़रार में बीमा की शर्त, बीमित संपत्ति का ब्यौरा, संरक्षित जोखिम का उल्लेख, बीमाराशि, अवधि तथा किश्त आदि का विवरण दिया होता है।
Intangible asset
अगोचर परिसंपत्ति, अमूर्त परिसंपत्ति
ऐसी अभौतिक परिसंपत्ति जिसका प्रतिष्ठान के लिए मूल्य तो है पर उसे सरलता से निर्धारित नहीं किया जा सकता। उदाहरण के लिए सुनाम, कॉपीराइट, पेटेन्ट, ट्रेड मार्क आदि। प्रतिष्ठान को बेचते समय चाहे 'अगोचर परिसंपत्तियों' की भारी क़ीमत मिल सकती हो पर लेखाबहियों में इनका मूल्य प्रायः नाममात्र ही दिखाया जाता है।
तुल दे. tangible asset
Interest
ब्याज, सूद
अ - द्रव्य के प्रयोग के एवज़ में कर्ज़दार द्वारा ऋणदाता को दिया गया प्रभार। 'ब्याज' की दर कर्ज़ लेते समय ही तय कर ली जाती है और उसे मूलधन पर वार्षिक प्रतिशत के रूप में व्यक्त किया जाता है
आ - पूँजी-निवेश पर प्रतिफल।
Intermediate goods
मध्यवर्ती वस्तुएँ, मध्यवर्ती माल
वे उत्पादित वस्तुएँ जो अन्य वस्तुओं के उत्पादन में काम आती हैं।