वार्षिक (या अन्य अवधि के) लेखा-संवरण के दौरान प्रतिष्ठान का निवल लाभ या हानि ज्ञात करने के लिए तैयार किया गया एक लेखा जिसमें आय और व्यय के लेखाओं की बाक़ियाँ उतार ली जाती हैं। इस लेखे में जमा की तरफ़ का जोड़ अधिक हो तो इसका अर्थ है कि प्रतिष्ठान लाभ में और नामे की तरफ़ का जोड़ अधिक हो तो नुक़सान में हैं।
Profit-sharing
लाभ-सहभाजन
उत्पादिता में वृद्धि करने के उद्देश्य से प्रतिष्ठान के लाभ में कर्मचारयों की हिस्सा-बँटाई।
Progressive tax
प्रगामी कर, वर्धमान कर, आरोही कर
वह कर जिसके अंतर्गत कर की दर कर के आधार की वृद्धि के साथ बढ़ती जाती है। यथा, आयकर के प्रसंग में, करदाता की आय जितनी ही अधिक होगी उस आय का उतना ही अधिक अनुपात वह कर के रूप में देगा।
तुल. दे. regressive tax
Promissory note
रूक़्क़ा, प्रोनोट, वचन-पत्र
एक निर्दिष्ट तिथि पर एक निर्दिष्ट राशि को चुकाने के वायदे का लिखित परक्राम्य प्रपत्र।
Promoter
प्रवर्तक
ऐसा व्यक्ति जो उद्यम की परिकल्पना करता है, उससे संबंधित जानकारी इकट्ठा करके विश्लेषण करता है, उसके लिए आरंभिक वित्तीय व्यवस्था करता है और कंपनी के निर्माण की प्रारंभिक औपचारिकताएँ पूरी करता है।
Proposal
प्रस्ताव
अ - ऐसा प्रारंभिक विचार अथवा वचन जो एक वैध संविदा का आधार बनता है।
आ - बीमा कराने के इच्छुक व्यक्ति द्वारा कंपनी के समक्ष प्रस्तुत प्रार्थनापत्र।
Prospectus
विवरण पत्रिका, परिचायिका, माहिती (मराठी)
शेयर जारी करते समय कंपनी द्वारा अपनी वित्तीय स्थिति, कार्यकलापों, नई योजनाओं आदि के बारे में यथाविधि जानकारी देने के लिए प्रकाशित किया गया ब्योरा।
Protective duty
संरक्षण शुल्क
जब घरेलू उत्पादनकर्ताओं को संरक्षण देने के लिए आयातित वस्तुओं पर सीमा शुल्क लगाया जाता है तो वह संरक्षण शुल्क कहलाता है। इस प्रकार का शुल्क विदेशी वस्तुओं को अपेक्षाकृत महँगा करने के लिए लगाया जाता है ताकि घरेलू उत्पादों की खपत बढ़ सके।
Protesting
1. नकार-प्रमाणन, प्रोटेस्ट करना 2. संकट-प्रमाणन
1. नकार-प्रमाणन, प्रोटेस्ट करना : नोटरी पब्लिक द्वारा हुंडी के ऊपर इस आशय की टिप्पणी देना कि हुंडी अदाकर्ता को यथा समय भुगतान के लिए पेश की गई किंतु उसने भुगतान करने से इन्कार कर दिया। अदाकर्ता द्वारा भुगतान नकार देने पर पृष्ठांकिती अथवा धारक औपचारिक कार्रवाई के रूप में हुंडी को नोटरी के सुपुर्द कर देता है जो उसे एक बार फिर अदाकर्ता को पेश करता है और उसके द्वारा भुगतान करने से इन्कार किए जाने पर उक्त आशय का प्रमाणपत्र हुंडी पर लिख देता है या उसके साथ नत्थी कर देता है।
2. संकट-प्रमाणन : यात्रा के दौरान दुर्घटना होने के बाद जहाज़ के पत्तन में पहुँचने पर उसके कप्तान द्वारा अधिकारियों को दिया गया तत्संबंधी लिखित वक्तव्य जिसमें जहाज़ अथवा माल को हुई हानि का ब्यौरा प्रस्तुत किया जाता है और यह प्रमाणपत्र होता है कि दुर्घटना कप्तान और उसके अधिकारियों की असावधानी से नहीं बल्कि दैवी संकट के कारण हुई है।
Public company
सार्वजिक कंपनी
सार्वजिक कंपनी' से आशय ऐसा कंपनी से है जो निजी कंपनी नहीं है और जिसके अंतर्नियमों के अनुसार उसकी सदस्यता जनता के लिए खुली है। सदस्यों की संख्या सात और अधिक से अधिक चाहे जितनी हो सकती है। सार्वजनिक कंपनी विवरण-पत्रिका जारी करके जनता को अपने शेयर और डिबेंचर लेने के लिए आमंत्रित कर सकती है।