कंप्यूटर पर आधारित इलैक्ट्रोनिक उपस्करों की सहायता से आँकड़े दर्ज करने की तकनीक जिसके अंतर्गत सूचनां को एकत्र किया जाता है, उनका निर्वचन और संचरण किया जाता है । इसमें आंकिक अभिलेख से लेकर अंतिम विवरण तैयार होने तक की सभी प्रक्रियाएँ मशीनी होती हैं । इसका उपयोग प्रबंधकीय निर्णय लेने हेतु तत्काल आँकड़े उपलब्ध कराने के लिए किया जाता है ।
automatic programming
स्वचल प्रोग्रामन
कंप्यूटर प्रोग्रामन से प्रत्यक्षतः संबंधित कार्य के कुछ चरणों को पूरा करने के लिए स्वचल दत्त (सामग्री) प्रक्रमण की प्रणाली का प्रयोग करना ।
automatic scheduling with time integrated resource allocation (ASTRA)
अमरीका की जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी द्वारा विकसित जालरूप विश्लेषण तकनीक जिसकी सहायता से साधनों के आबंटन की समस्या सुलझाई जाती है और कार्य के पूरा होने की तारीखों का व्यावहारिक अनुमान तैयार करने के लिए क्रियाकलापों की कालक्रमानुसार योजना बनाई जाती है ।
automation
स्वचलन
मानव श्रम के स्थान पर मशीनों का प्रयोग जिससे प्रक्रियाएँ स्वयमेव होती जाती हैं ।
automistic competition
स्वचालित प्रतिस्पर्धा
विशुद्ध और प्रत्यक्ष प्रतिस्पर्धा के लिए प्रयुक्त शब्द जिसमें सरकार एवं अन्य किसी का भी बाज़ार संचलन में हस्तक्षेप नहीं होता ।
auxiliary activity
सहायक कार्यकलाप
किसी मुख्य संक्रिया के निष्पादन में सुविधा पहुँचाने की दृष्टि से प्रदान की गई सेवाएँ अथवा सहायक कार्यकलाप ।
auxiliary agency
सहायक एजेन्सी
किसी प्रतिष्ठान का वह समन्वयकारी तकनीकी विभाग जो सभी कार्यरत इकाइयों की जरूरतों की देखभाल करता है और उन पर नियंत्रण रखता है ।
average balance
औसत शेष
बैंक सेवा का उपयोग करने वाले व्यक्ति द्वारा किसी बैंक में रखी जाने वाली जमा राशि की मात्रा जो उस व्यक्ति को दी जाने वाली साख के प्रतिशत में व्यक्त की जाती है । उदाहरणार्थ 5000/- रूपये के अदत्त ऋण पर यदि उसी अवधि के लिए 1000/- रूo जमा राशि के रूप में रखे जाते हैं तो 20 प्रतिशत औसत शेष होगा ।
average collection period
औसत वसूली अवधि
वित्तीय प्रबंध का एक दक्षता अनुपात । एक प्रतिष्ठान अपनी उधारी की औसतन कितनी समयावधि में वसूली करता है वह उसकी औसत वसूली अवधि कहलाती है । इसे निकालने का सूत्र इस प्रकार है :
देनदार x महीने (दिन)
______________
साख विक्री
average life
सामान्य जीवन
ह्रासमान परिसंपत्तियों के उपयोगिता-काल का आकलन करने की एक विधि जिसमें उन परिसंपत्तियों की अलग-अलग मूल लागत के अनुसार उन्हें भारित करके उनका काल निर्धारित किया जाता हैं ।