बंधक धातु
उत्तम संचकन गुणों वाला यशद मिश्रातु जिसमें 93.5% यशद 2.8% क्रोमियम और 3.1% सीसा होता है। इसका उपयोग तार के रस्सों को बाँधकर स्लिंग बनाने में होता है।
Biotite
बायोटाइट
सामान्यतया मिलने वाला अभ्रक जो मैग्नीशियम, ऐलुमिनियम और पोटैशियम का सिलिकेट, [K₂ HAl₂ (SiO₄)₃ (Mg Fe)₆ (SiO₄)₃], होता है, इसमें लोहे के लवण भी भिन्न-भिन्न मात्राओं में उपस्थित रहते हैं।
Birmasil
बिरमासिल
एक मिश्रातु जिसमें 0.1% Cu, 10-13% Si, 2.5-3.5% Ni, 0.2% Ti, 0.6 Fe, 0.5% Mn और 0.6% Mg होता है। यह मजबूत और संक्षारणरोधी होता है। सामान्य प्रयोग के अतिरिक्त इसका उपयोग वायुयानों और मोटर इंजनों के निर्माण के लिए होता है।
Birmetal
बिरमैटल
ऐलुमिनियम मिश्रातुओं की श्रेणी जिनमें Cu, Si, Mn, Cr, के अलावा Mg तथा Zn भी होते हैं। इनका संक्षारण प्रतिरोध, ऊष्मा उपचार अथवा काल कठोरण गुण और वेल्डनीयता उत्तम होते हैं। इनका उपयोग टैंकों, संरचनात्मक अवयवों और वायुयानों को बनाने में होता है।
Birmingham platina
बर्मिंघम प्लैटिना
एक भंगुर, रजत श्वेत, यशद मिश्रातु जिसमें 25% तांबा और शेष यशद होता है। इसका उपयोग बटनों, आभूषणों आदि में होता है। इसे प्लैटिना भी कहते हैं।
Bismuthinite
बिस्मथिनाइट
बिस्मथ सल्फाइड जो विषमलंबाक्ष समुदाय में क्रिस्टलित होता है। कठोरता 2, आपेक्षिक घनत्व 6.4। यह सीसा और तांबा खनिजों के साथ शिराओं में पाया जाता है। इसे बिस्मथ-ग्लांस भी कहते हैं।
Bituminous coal
बिटुमिनी कोयला
सामान्य वाणिज्य कोयला जो पीली धुएँदार ज्वाला के साथ जलता है। कुछ बिटुमिनी कोयले कोकिंग और अन्य अकोकिंग कोयले होते हैं। कोकिंग कोयले से कोक बनाया जाता है। बिटुमिनी कोयला, नीले-काले-से धूसर काले रंग का होता है। यह एक के बाद एक भिन्न मोटाइयों का चमकीला कोयला, द्युतिहीन कोयला और चारकोल सदृश पदार्थ की पट्टियों का बना होता है। जिन्हें शैल विज्ञान में विट्रेन्, ड्यूरेन और फ्यूसेन कहते हैं।
Black heart malleable cast iron
कृष्ण क्रोड आधातवर्ध्य ढलवाँ लोहा
देखिए-- Malleable cast iron के अंतर्गत
Black heart process
कृष्ण क्रोड प्रक्रम
देखिए-- Melleabilising
Black sand
काली बालू
(1) संचकन शाला में, साँचा बनाने के काम आने वाली रेत जिसमें बंधक के रूप में कोयला-धूल मिलाई जाती है। इस रेत के उत्तम उच्चतापसह गुण होते हैं।
(2) उथले समुद्र तट पर धातु-स्रोत के रूप में पाई जाने वाली रेत जिसके मुख्य घटक मैग्नेटाइट तथा इल्मेनाइट होते हैं। काले रंग की होने के कारण इसे काली बालू कहते हैं।