यह लिखित वचन कि माँग किए जाने पर देनदार उतनी रक़म लेनदार को दे देगा।
Demand-pull inflation
माँगजन्य स्फीति, माँगाधिक्य स्फीति
आय में वृद्धि होने के परिणामस्वरूप जब लोगों द्वारा अधिकाधिक वस्तुओं की माँग की जाती है लेकिन इन वस्तुओं की पूर्ति बढ़ नहीं पाती तो बाज़ार में क़ीमतें चढ़ने लगती हैं। यह क़ीमत-वृद्धि 'माँगजन्य स्फीति' कहलाती है।
Demonetization
विमुद्रीकरण
सरकारी आदेश के ज़रिए किसी सिक्के अथवा नोट का प्रचलन बंद कर देना।
Demurrage
विलम्ब-शुल्क, डेमरेज
परेषिती द्वारा अनुमत समय के अंदर वाहक के क़ब्जें से माल न छुड़ा पाने पर वाहक द्वारा वसूल किया जाने वाला हर्जाना।
Denominational value
अंकित मूल्य
सिक्के, कागज़ी मुद्रा तथा विभिन्न प्रकार की प्रतिभूतियों के ऊपर लिखा मूल्य।
Departmental store
बहुविभागी भंडार, विभागीय भंडार
आधुनिक क़िस्म की ऐसी विशाल खुदरा दुकान अथवा स्टोर जहाँ अनेक प्रकार की उपभोक्ता वस्तुएँ बेची जाती हैं। इन वस्तुओं को उनकी प्रकृति के अनुसार कई वर्गों में बाँट दिया जाता है और प्रत्येक वर्ग की वस्तुएँ एक अलग विभाग द्वारा बेची जाती हैं।
Deposit
जमा, निक्षेप
अ - संपत्ति अथवा धन को सुरक्षा, निवेश या गिरवी रखने के उद्देश्य से किसी अन्य व्यक्ति अथवा संस्था के क़ब्जे में देना।
deposit के प्रमुख प्रकारों के लिए दे. cumulative time deposit, demand deposit, fixed deposit, time deposit
आ - बिक्री के संदर्भ में : वस्तु या जायदाद को अपने लिये आरक्षित कराने के उद्देश्य से किया गया आंशिक भुगतान। इससे खरीदी गई चीज़ तब तक ख़रीदार के नाम आरक्षित रहती है जब तक उस वस्तु की शेष क़ीमत चुकता न हो जाए।
Depositary
1. तहवीलदार, धरोड़िया 2. तहवीलघर, निक्षेपागार
1. तहवीलदार, धरोड़िया : वह व्यक्ति अथवा प्रतिष्ठान जिसके पास मूल्यवान वस्तुएँ सुरक्षार्थ जमा की जाती हैं।
2. तहवीलघर, निक्षेपागार : ऐसा स्थान जहाँ इस प्रकार सुरक्षार्थ जमा की गई वस्तुएँ रखी जाएँ।
Deposit insurance
जमा-राशि बीमा
व्यक्तियों या कंपनियों द्वारा बैंक में जमा की गई रक़म का बीमा। इससे बैंक फेल हो जाने की सूरत में जमाकर्ताओं को हानि नहीं उठानी पड़ती।
इस बीमा संरक्षण की एक उच्चतम सीमा निर्धारित होती है और इसका उद्देश्य छोटे खातेदारों के हितों की रक्षा करना है।
Depreciation
मूल्यह्रास
जीर्णता, अप्रचलन, निरंतर प्रयोग या समय बीतने के साथ-साथ किसी गोचर परिसंपत्ति के मूल्य में होने वाली कमी।