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Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-II)

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कंकना
कलाई में पहनने का कड़ा।
तज्यौ तेल तमोल भूषन अंग बसन मलीन। कंकना कर बाम राख्यौ गढ़ी भुज गहि लीन - ३४५१।
संज्ञा
[सं. कंकण]

कँकरील
जिसमें कंकड़ अधिक हों।
वि.
[हिं. कंकड़, कँकड़ीला]

कंकाल
हड्डियों का ढाँचा, ठठरी, अस्थिपंजर।
संज्ञा
[सं.]

कंकालिनी
दुर्गा का एक नाम।
संज्ञा
[सं.]

कंकालिनी
कर्कशा स्त्री।
संज्ञा
[सं.]

कंकालिनी
झगड़ालू, दुष्टा।
वि.

कंकाली
किंगरी बजाकर भीख माँगनेवाली जाति।
संज्ञा
[सं. कंकाल]

कंकाली
दुर्गा।
संज्ञा
[सं. कंकालिनी]

कंकाली
झगड़ालू, दुष्टा, कर्कशा।
वि.

कंकोल
शीतल चीनी की जाति का एक वृक्ष।
संज्ञा
[सं.]


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