logo
भारतवाणी
bharatavani  
logo
Knowledge through Indian Languages
Bharatavani

Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-II)

Please click here to read PDF file Braj Bhasha Soor-Kosh (Vol-II)

कंजा
जिसकी आँख गहरे खाकी रंग की हो।
वि.

कँजियाना
काला पड़ना।
क्रि. अ.
[हि. कंजा]

कँजियाना
मुरझाना।
क्रि. अ.
[हि. कंजा]

कंजूस
धन होने पर भी जो उसे खाये-खरचे नहीं, कृपण, सूम।
वि.
[सं. कण + हिं चूस]

कंट
काँटा, कंटक,
द्रु मनि चढ़े सब सखा पुकारत, मधुर सुनावत बैनु। जनि धावहु बलि चरन मनोहर, कठिन कंट मग ऐनु - ५०२।
संज्ञा
[सं. कंटक]

कंटक
काँटा।
संज्ञा
[सं.]

कंटक
विघ्‍न, बाधा।
संज्ञा
[सं.]

कंटक
वह जो विघ्न या बाधा डाले।
संज्ञा
[सं.]

कंटक
रोमांच।
संज्ञा
[सं.]

कंटक
कवच।
संज्ञा
[सं.]


logo