ब्रैसर्ट अम्ल कठोरण प्रक्रम
एक धमन भट्टी प्रक्रम जिसमें धान में चूना पत्थर की मात्रा सीमित की जाती है ताकि सिलिकामय धातुमल और गंधक की अपेक्षाकृत उच्च मात्रा वाला कच्चा लोहा प्राप्त हो सके। धातु को सोडियम कार्बोनेट युक्त लैंडलों में निकाला जाता है। धातु में विद्यमान फेरस सल्फाइड, सोडियम कार्बोनेट के साथ क्रियाकर, सोडियम सल्फाइड और फेरस ऑक्साइड बनाता है। ये दोनों गलित लोहे के ऊपर तैरने लगते हैं और आसानी से पृथक किए जा सकते हैं। धातु को पिगों में ढाला जा सकता है किंतु सामान्यतः गलित अवस्था में इस्पात संयंत्र में स्थानांतरित कर दिया जाता है।
Brazing
ब्रेजन
धातुओं को जोड़ने का प्रक्रम। इसमें जिन दो हिस्सों को जोड़ना हो उनके बीच में किसी कम गलनांकी मिश्रातु को निक्षेपित किया जाता है। साधारणतया टाँके में प्रयुक्त भरक धातु का गलनांक 500°C से ऊपर होता है। किंतु यह उन धातुओं के गलनांक से कम होता है जिन्हें टाँके से जोड़ना हो। ब्रजन के लिए सामान्यतः भरक धातु के रूप में ताम्र-यशद मिश्रातुओं का प्रयोग किया जाता है।
तुलना--Soldering
Brazing solder
ब्रेजन सोल्डर
साधारण टाँकों वाला सोल्डर मिश्रातु जिसमें 50% तांबा और 50% जस्ता होता है। इसका गलनांक 870°--900°C के बीच होता है। यह जोड़ों पर टाँका लगाने के काम आता है। रजत ब्रेजन सोल्डर में 16 से 50% तांबा, 4 से 38% जस्ता और 10 से 80% रजत होता है। इसका गलनांक 675°--820°C के बीच होता है। इसका उपयोग रजत अथवा ताम्र मिश्रातुओं को जोड़ने के लिए किया जाता है।
Breaking down
अव खंडन
पिंडो, बिलेटों आदि को रूक्षण-बेलनों में प्रविष्ट कर उनके अनुप्रस्थ-काट में कमी करने की प्राथमिक संक्रिया। यह संक्रिया इसलिए की जाती है ताकि पिंडों आदि का बेल्लन, फोर्जन या कर्षण किया जा सके। इस संक्रिया को रूक्षण-प्रक्रम भी कहते हैं और जिन बेल्लन मिलों में यह संक्रिया की जाती है उन्हें अवखंडन मिल अथवा रूक्षण मिल कहते हैं जिनमें अवखंडन (रूक्षण) पारणों का प्रयोग किया जाता है।
Break out
पारवेधन
भट्टी की दीवारों अथवा पिघली धातु के तल से नीचे के पैंदे में खराबी आ जाने के कारण धान के कुछ अंश का बाहर निकल जाना। भट्टियों की दीवारों में यह खराबी अपरदन, दहन अथवा संरचना संबंधी दोषों के कारण आ जाती है।
देखिए--Run out भी
Brearley steel
ब्रेरली इस्पात
एक क्रोमियम--इस्पात जिसमें 12--14% क्रोमियम, 0.38% कार्बन और शेष लोहा होता है। यह उत्तम, संक्षारणरोधी है और इसका उपयोग कटलरी बनाने में होता है। इसे कटलरी स्टेनलैस इसपात (cutlery stainless) भी कहते हैं।
Bright annealing
दीप्त अनीलन
देखिए-- Annealing के अंतर्गत
Brillouin zone
ब्रिलूइन अंचल
किसी जालक में एक त्रिविम क्षेत्र जो सदिशों (Vectors) द्वारा निरूपित किया जाता है। इस क्षेत्र के अंदर इलेक्ट्रॉन जालक की दीवारों से परावर्तित हो जाते हैं और जालक की दीवारों को वेधकर जालक में प्रवेश नहीं कर पाते।
Brinell hardness test
ब्रिनेल कठोरता परीक्षण
किसी धातु की कठोरता को निर्धारित करने का परीक्षण। इसमें पहले से तैयार धातु पृष्ठ पर रखी निर्दिष्ट आमाप (Size) की इस्पात की गेंद पर निर्दिष्ट भार डाला जाता है और उत्पन्न मुद्रांक (Impression) का व्यास मापा जाता है।
जिस पृष्ठ पर परीक्षण करना हो वह चपटी और खरोंच रहित होनी चाहिए। परीक्ष्य वस्तुएं इस प्रकार स्थिर होनी चाहिए जिससे भार परीक्षण पृष्ठ के लंबवत पड़े। इस्पात के परीक्षण के लिए बॉल का व्यास 10 मिमी0 + 0.0025 मिमी0 होता है और 3.000 किलोग्राम का भार 30 सेकंड तक प्रयुक्त किया जाता है। पीतल आदि मृदु धातुओं के लिए 500 किलोग्राम भार 60 सेकंड तक प्रयुक्त किया जाता है। मुद्रांक का व्यास दो दिशाओं में नापा जाता है जो एक-दूसरें से समकोण पर होती है। दो पाठ्यांकों का औसत लेकर निम्न सूत्र से कठोरता का परिकलन किया जाता है।
H = P/ЛD/2 (D--√ D2 –d2)
जिसमें H = ब्रिनेल कठोरता संख्या, P = प्रयुक्त भार, D = बॉल का व्यास (मिमी0) d =बॉल द्वारा उत्पन्न बॉल के मुद्रांक का व्यास है।
देखिए-- Hardness test भी
Brinell hardness tester
ब्रिनेल कठोरता परीक्षित्र
देखिए-- Hardness tester के अंतर्गत