ऐसी परिसंपत्ति जिसका भौतिक अस्तित्व है और इसलिए जिसका सही-सही मूल्य निरूपित किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, संयंत्र, इमारत, माल आदि।
तुल. दे. intangible asset
Tare
धड़ा, बारदाना, टेयर, खाली भार, खाली वज़न
माल के सकल भार और निवल भार का अंतर। यह अंतर इसलिए होता है कि सकल भार में उस पेटी, बोरी, पैकिट, बारदाना, बेठन आदि का वज़न भी आ जाता है जिसमें कि माल पैक है।
Tariff
1. प्रशुल्क, टैरिफ़ 2. दर-सूची, टैरिफ़
1. प्रशुल्क, टैरिफ़ : आयातित अथवा निर्यातित माल पर सरकार द्वारा लगाया जाने वाला शुल्क जो या तो मूल्यानुसार होता है अथवा उस वस्तु के नापतौल के आधार पर लगाया जाता है।
2. दर-सूची, टैरिफ़ : लोकोपयोगी सेवाओं के संदर्भ में, दरों को दर्शाने वाली सूची; होटलों द्वारा कमरों, भोजन तथा अन्य सेवाओं के लिए वसूल किए जाने वाले प्रभार।
Tax
कर
सरकार या स्वायत्त शासन की किसी इकाई द्वारा, क़ानून के अनुसार, नागरिकों या संस्थाओं से वसूल की गई रक़म जिसका उपयोग सार्वजनिक सेवाएँ प्रदान करने और प्रशासनिक तथा अन्य व्ययों की पूर्ति के लिये किया जाता है। इसके दो मुख्य तत्व हैं :--
(1) कर अदायगी की बाध्यता, और (2) कर की रक़म तथा करदाता को मिलने वाली सुविधाओं के बीच प्रत्यक्ष संबंध का अभाव।
tax के प्रकारों के लिए दे. direct tax, income tax, indirect tax, progressive tax, regressive tax, sales tax, turnover tax, use tax, wealth tax
Tax credit
कर-समंजन
एक प्रकार से, कर को रद्द करना अथवा कर में छूट देना। इस प्रकार का कर लगाया तो जाता है लकिन चूँकि करदाता अन्य प्रकार का भी कोई कर दे रहा है अतः उसी के आधार पर इस कर की अदायगी में आंशिक या पूर्ण छूट दे दी जाती है।
समान. tax offset
Tax delinquency
कर विलंबिता
कर की अदायगी में नियमों का उल्लंघन करने और कर की राशि को देर से अदा करने की प्रवृत्ति।
Tax holiday
करावकाश
सरकार कुछ उद्योगों या धंधों को उनकी स्थापना के कुछ प्रारंभिक वर्षों में या मंदी के समय कर-अदायगी से छूट दे देती है। यह अवधि 'करावकाश' है।
Tax offset
कर समंजन
दे. tax credit
Tender
निविदा, टेन्डर
विक्रेता द्वारा एक निश्चित क़ीमत पर, निश्चित समय तक, नियत शर्तो के अधीन, किसी वस्तु को बेचने अथवा कोई सेवा प्रदान करने का प्रस्ताव।
Term insurance
अवधि-बीमा
ऐसा बीमा जो एक निश्चित अवधि, प्रायः अल्पकाल के लिये, किया जाता है। यदि इस अवधि के भीतर बीमादार की मृत्यु हो जाए तो कंपनी हिताधिकारी को पॉलिसी की रक़म चुका देती है किंतु बीमादार के कॉलिसी की अवधि पर्यंत बने रहने की सूरत में बीमा कंपनी की कोई देनदारी नहीं होती।