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Vanijya Paribhasha Kosh (English-Hindi)
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Immediate annuity
तत्काल वार्षिकी
ऐसी वार्षिकी जिसमें भुगतान वार्षिकी योजना लेते ही प्रारंभ हो जाता है।
तुल. दे. deferred annuity

Imprest fund
अग्रदाय-निधि
छोटे-मोटे भुगतानों के लिए रोकड़िया के पास रहने वाली धनराशि। इस व्यवस्था के अंतर्गत रोकड़िया को हर बिल के भुगतान के लिए अलग से रक़म नहीं निकालनी पड़ती। वह अग्रदाय में से भुगतान करता जाता है और ख़र्च की गई धनराशि का साप्ताहिक या मासिक (या जैसा तय हो) हिसाब देकर अग्रदाय की पूर्ति करा लेता है।

Income tax
आयकर
निर्दिष्ट से अधिक वार्षिक आय अर्जित करने वाले नागरिकों और कंपनियों पर केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाने वाला प्रत्यक्ष कर।

Indemnity bond
क्षतिपूर्ति बंधपत्र, क्षतिपूर्ति बॉन्ड
ऐसा बंधपत्र जिसके माध्यम से बद्ध पक्ष अन्य पक्षों को बंधपत्र में उल्लिखित कारणों से होने वाली हानि अथवा क्षति की भरपाई करने का वचन देता है।

Indigenous banking
साहूकारी, महाजनी
व्यक्ति अथवा फ़र्म द्वारा परंपरागत पद्धति से नक़दी और हुंडी आदि के ज़रिए रुपया उधार देने का धंधा।

Indirect tax
अप्रत्यक्ष कर
सामान्यतः वह कर जिसका प्रत्यक्ष मौद्रिक भार किसी अन्य व्यक्ति पर आंशिक या पूर्ण रूप से विवर्तित किया जा सके यथा, बिक्री कर, सीमा शुल्क आदि।
तुल. दे. direct tax

Industry
उद्योग
उत्पादक उपक्रमों का समूह; देश अथवा क्षेत्र विशेष के सारे उत्पादन कार्यों के लिए व्यवहृत अभिव्यक्ति।
industry के प्रमुख प्रकारों के लिए दे. capital intensive industry, cottage industry, heavy industry, key industry, labour-intensive industry

Inflation
सामान्य क़ीमत-स्तर में सतत वृद्धि 'स्फीति' कहलाती है। इसके परिणामस्वरूप द्रव्य की क्रय-शक्ति घट जाती है।
inflation के प्रमुख प्रकारों के लिए दे. cost - push inflation, demandlpull inflation, ga-loping inflation, hyper inflation, rundway inflation.

Infrastructure
आधारिक संरचना
किसी देश का आधारभूत पूँजी-ढाँचा जिसके अंतर्गत उसकी परिवहन और संचार-व्यवस्था, बिजली की सुविधाएँ और अन्य जन सेवाएँ आती हैं। कभी-कभी इसका प्रयोग सामाजिक उपरिलागतों के रूप में भी होता है और तब इसमें वहाँ के लोगों का स्वास्थ्य, शैक्षिक स्तर, औद्योगिक कौशल और प्रशासनिक अनुभव आदि भी शामिल कर लिए जाते है।

Insolvency
दिवाला
देनदारियों का यथासमय भुगतान न कर पाने की स्थिति। यह तब उत्पन्न होती है जब व्यक्ति अथवा प्रतिष्ठान की समस्त परिसंपत्तियों का नक़द मूल्य उसकी देयताओं के योग से कम हो।
दे. bankruptcy भी


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