अ - सोने-चाँदी आदि से बनी चीज़ों पर उसके खरेपन का सबूत देने के लिए निर्माता या पारखी द्वारा लगाई गई मुहर।
आ - विक्रयार्थ वस्तु पर विनिर्माता द्वारा लगाई गई मुहर जो इस बात की पुष्टि करती है कि अमुक वस्तु की गुणवत्ता वही है जो कही गई है अथवा जिसका दावा किया गया है।
Hard currency
दुर्लभ मुद्रा, दुर्लभ करेन्सी
ऐसी मुद्रा जिसकी अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा बाज़ारों में पूर्ति में पूर्ति की अपेक्षा माँग कहीं ज्यादा हो और जो स्वर्ण में परिवर्तनीय हो।
तुल. दे. soft currency
Hazard
खतरा
बीमाकृत संपत्ति अथवा माल से संबद्ध अथवा उसके आसपास अवस्थित ऐसे संकट जो उस संपत्ति अथवा माल को हानि पहुँचा सकते हैं या उसे क्षतिग्रस्त कर सकते हैं। बीमा पॉलिसी में उस ख़तरे अथवा ख़तरों का स्पष्ट उल्लेख होता है जिनके विरूद्ध संरक्षण प्रदान किया जा रहा है।
Heavy industry
भारी उद्योग
वज़नी और बड़े आकार की चीज़ों का उत्पादन करने वाले ऐसे उद्योग जिनमें बहुत अधिक निवेश अपेक्षित होता है। जैसे, परिवहन उपस्कर, भारी मशीन, सीमेन्ट, धातु आदि के उद्योग।
Hedging contract
प्रतिरक्षा संविदा, पशबंदी संविदा
जिन्स अथवा प्रतिभूति व्यापार में संभावित हानि से बचने और उसकी भरपाई करने का एक उपाय। इसके अंतर्गत व्यापारीं वायदा सौदों द्वारा जिन्स अथवा प्रतिभूतियों की क़ीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव तथा उससे उत्पन्न हानि से अपनी रक्षा करता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई तेल मिल हाज़िर में तिलहन ख़रीद ले और भविष्य में उसकी क़ीमत गिरने की आशंका हो तो वह वायदा बाज़ार में तिलहन की बिकवाली कर देगा। यदि वास्तव में क़ीमत में गिरावट आ गई तो वायदा सौदे में उसे जो लाभ होगा उससे वह हाज़िर सौदे होने वाली हानि को पूरा कर लेगा।
परिसंपत्तियों के अधोमूल्यन, अत्यधिक मूल्यह्रास के प्रावधान अथवा देयताओं के अधिमूल्यन के द्वारा बनाई गई निधियाँ जो प्रतिष्ठान के वित्तीय विवरण के अवलोकन मात्र से प्रकट नहीं होतीं।
Hire purchase
किराया-ख़रीद
किसी वस्तु को खरीदने की एक विधि जिसके अनुसार वस्तु की क़ीमत के कुछ अंश का तत्काल भुगतान करना होता है और शेष क़ीमत को नियत अंतराल की किश्तों में बाँट दिया जाता है। इस अवधि के दौरान वस्तु का कब्ज़ा तथा उपभोगाधिकार क्रेता का रहता है किंतु अंतिम किश्त की अदायगी तक स्वामित्व विक्रेता अपने पास ही रखता है।
Holder for value
मूल्यार्थ धारक
वह व्यक्ति जिसके कब्ज़े में कोई ऐसा बिल या हुंडी है जिसके एवज़ में पहले कोई मूल्यवान वस्तु या सेवा प्रदान की जा चुकी है। यह आवश्यक नहीं है कि वह वस्तु या सेवा स्वयं 'मूल्यार्थ धारक' ने ही प्रदान की हो।
Holder in due course
यथाविधि धारक
वह व्यक्ति (1) जिसके कब्जें में कोई वाहक-देय परक्राम्य प्रपत्र है या जो किसी परक्राम्य प्रपत्र का आदाता या पृष्ठांकिती है; (2) इस प्रपत्र की परिपक्वता तिथि अभी नहीं बीती है; (3) यह प्रपत्र उसे मूल्यवान प्रतिफल के रूप में मिला हैं; और (4) उसके पास यह मानने का कोई पर्याप्त कारण नहीं है कि जिस व्यक्ति से यह प्रपत्र अंतरित होकर आया है उसका इस पर अधिकार सदोष था।
Holding company
नियंत्रक कंपनी
ऐसी कंपनी जिसका -
1. किसी अन्य कंपनी (अर्थात् नियंत्रित कंपनी) के निदेशक-मंडल के गठन पर नियंत्रण; या
2. उसकी (नियंत्रित कंपनी की) कुल मतदान-शक्ति के आधे से अधिक पर नियंत्रण हो और जिसमें 1 अप्रैल 1956 से पूर्व जारी किए गए अधिमान शेयरों के धारकों के मताधिकार ईक्विटी शेयरधारकों के ही समान हों; या
3. नियंत्रित कंपनी की ईक्विटी शेयर पूँजी के अंकित मूल्य के आधे से अधिक पर स्वामित्व हो (यह प्रावधान उन मामलों में लागू होता है जहाँ कि नियंत्रित कंपनी स्वयं किसी अन्य कंपनी का नियंत्रण करती हो)।