क्रिप्टोगैम (अपुष्पी पादप के उच्च श्रेणी के पादप। इनके वर्धी शरीर में तने पत्तियां अलग-अलग पहचानी जा सकती हैं। उनमें जनन की विधि अदिक विकसित तथा जटिल होती हैं।ये पादप दो संघों में बंटे हैं। (1) ब्रायोफाइटा (2) टेरिडोफाइटा
Hilum
नाभिका
बीजांड (ओव्यूल) का वह निशान जहां पर वह बीजांडवृंत से संयुक्त रहते है। यह सेम आदि में बीज की अवस्था में भी स्पष्ट दिखाई देता हैं।
Holdfast (hapteron)
स्थापनांग
पौधे का एक बिम्बाकार निर्वर्ध जिससे पौधा अपने को किसी आधार से लगाए रखता हैं जैसे समुद्री शैवालों में चट्टानों को पकड़े रहने के लिए।
Homochlamydeous
समपरिदलपुंजी
पुष्प जिसका परिदल पुंज सुस्पष्ट चक्करों में न हो।
Homogamous
समकालपाकी
पुष्प जिनके पुंकेसर और स्रीकेसर एक ही समय परिपक्व होते हैं।
Homogamous
समपुष्पी
एक ही प्रकार के फूल धारण करने वाला, जैसे कम्पोजिटी कुल के कुछ पौधों के मुंडक जिनमें सभी पुष्पक लिंग के लिहाज से समान होते हैं।
Homogamy
समकालपक्वता, समपुष्पता
1. पुंकेसर और स्त्रीकेसर की एक ही समय परिपक्व होने की अवस्था।
2. समपुष्पी होने की अवस्था।
Homologous
समजात
उद्भव में तो समान परंतु कार्य में भिन्न उदाहरण - (1) बबूल के अनुपत्र (कांटे से) और मटर के अनुपत्र (पत्ती जैसे) (2) ऐन्टीगोनम के प्रतान तथा डुरेन्टा के कांटे (दोनो स्तंभजात)।
Homosporous
समबीजाणु
एक ही प्रकार के अलैंगिक बीजाणु उत्पन्न करने वाला, जैसे लाइकोपोडियम, इक्वीसीटम।
Homospory
समबीजाणुता
एक ही प्रकार के अलैंगिक बीजाणु उत्पन्न करने का लक्षण।