जहां आँखें मीचकर अविवेक पूर्ण ढंग से और मनमाना कार्य होता हो, जहाँ कोई जांच पड़ताल न हो, उदाहरण- अंदाधुन्द दरबार में गदा पंजीरी खाय, अराजकता, किसी के वैध अधिकार को स्वीकार न किये जाने की स्थिति।
अँदासी
सं. स्त्री.
अँधोनी, एक तरफ का सिर- माथा दर्द होना।
अँबराई
सं. स्त्री.
अमराई।
अँसुआ
सं. पु.
आँसू।
अँसुआ
कहा.
अँसुवा न मसुआ, भैंस कैसे नकुआ- व्यर्थ रूठने और नाक फुलाने वाले बच्चों के लिए कहते हैं।
अइ
नि.
स्त्रियों में प्रचलित चौंकने का शब्द, संबो अरी, स्त्रियों के लिये प्रायः हीनता बोधक संबोधन शब्द।