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Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh (Bundeli)

उकाइ
दे. उल्टी।

उकाबो
क्रि. स.
कै करना, अकुलाना, व्याकुल होना।

उकास
सं. पु.
अवकाश, फुर्सत, गुंजाइश, दो वस्तुओं के बीच थोड़ा स्थान, बढ़ई जाति।

उकासबौ
क्रि.
स्थान देना, अवकाश देना, किसी जमी हुई वस्तु को ऊपर उठा देना।

उकासलौ
वि.
फुर्सत में रहने वाला।

उकिल्याट
क्रि. स.
खोलना, उधेड़ना, उदाहरण- टोरत प्रीत पैल से जोरी, काए उकेलत बुनकें, लोकगीत।

उकेरना
क्रि. स.
पत्थर, लकड़ी, लोहे आदि कड़ी चीजों पर छेनी आदि से नक्कासी करना या बेल बूटे बनाना।

उकेरबौ
क्रि.
उत्कीर्ण करना, किसी ठोस आधार पर गहरी रेखाएं बनाना।

उकेरी
सं. स्त्री.
उकेरने की कला या विद्या, उकेरने या खोदकर बेल बूटे बनाने का काम, नक्काशी।

उकेलना
क्रि.
लपेटी ही चीज का खोलना जैसे धागा।


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