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Pramanik Vrihad Bundeli Shabd Kosh (Bundeli)

आकरौ
वि.
तेज चलने वाला हाँकने से शीघ्र प्रभावित होने वाला बैल, किसी काम का बढ़ा- चढ़ कर होने वाला दुष्परिणाम।

आकरौ
प्र.
जुआँनी के ऐब बुड़ापे में आके कड़े।

आकुर्त
सं. स्त्री.
तृष्णा, अधिक खा लेने की लालसा।

आखर
सं. पु.
अक्षर, वर्ण।

आखरकार
क्रि. वि.
अन्तः।

आखी
सं. स्त्री.
मैदा छानने की बारीक छन्नी।

आखवौ
क्रि.
छलनी से छानना, पतली छलनी से कोई चीज छानना।

आखीर
सं. पु.
अन्त समय, मृत्यु बेला।

आखीर
आखिरी।

आखौती
सं. स्त्री.
अन्न जो नाई ढीमर आदि को विशेष अवसर पर दिया जाता है, मूलतः चावल की भेटे ही देते हैं, बाँयनों लाने वाली खवासिन को भेंट स्वरूप दिया जाने वाला अनाज।


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