टिन चादर
मृदु इस्पात चादर, जिसके दोनों तरफ वंग का संरक्षी लेप होता है। इसमें इस्पात की मजबूती और वंग का संक्षारणरोध दोनों सम्मिलित रहते हैं। लेपन की क्रिया विद्युत-अपघटन अथवा तप्त निमज्जन द्वारा की जाती है।
Tinsmith's solder
वंगकार सोल्डर
कम गलनांक वाला वंग मिश्रातु जिसमें 66 प्रतिशत वंग और 34 प्रतिशत सीसा होता है। इसका उपयोग रसोई में प्रयुक्त बर्तनों के सोल्डरन में होता है।
Tin sweat
वंग स्वेद
व्यूत्क्रम संपृथकन के फलस्वरूप कांस्य संचकों के पृष्ठ से रिसने वाले वंग-समृद्ध, अल्प गलनांकी घटक की मनकाओं का बनना। यह परिघटना उस कांसे में होती है जिसमें हाइड्रोजन की मात्रा अधिक होती है या जिसका अतितापन किया गया हो।
Tisco steel
टिस्को इस्पात
एक कर्म-कठोरण, अपघर्षणरोधी इस्पात, जिसमें 35--40 प्रतिशत निकैल और 15 प्रतिशत मैंगनीज होता है। इसका उपयोग रेलवे और ट्रामवे में किया जाता है।
Titan alloy
टाइटन मिश्रातु
ताम्र मिश्रातुओं की श्रेणी जिनमें यशद, वंग तथा अल्प मात्रा में आर्सेनिक, ऐलुमिनियम, सिलिकन, लोहा और मैंगनीज होता है। इनके यांत्रिक गुणधर्म और संचकनीयता उत्तम होती है। इनका उपयोग घरेलू बर्तनों, बेयरिंगों, संचकों और पिटवाँ उत्पादों के रूप में किया जाता है।
Tocco process
टोको प्रक्रम
फ्रैंक शैफ्टों के वांछित पृष्ठों के कठोर करने की विधि जिसमें वरणात्मक कठोरण, प्रेरणतापन द्वारा किया जाता है।
Tolerance limit
सहयता
पदार्थों के संघटन, विभाओं अथवा गुणधर्मों के व्यक्त मान से अधिकतम अनुमेय विचलन।
Tool steel
औजारी इस्पात, टूल इस्पात
इंजीनियरी औजारों के उत्पादन के लिए उपयुक्त इस्पात। इन्हें दो वर्गों में विभाजित किया जाता है :--
(क) सामान्य कार्बन इस्पात-- इनमें 0.8--1.5 प्रतिशत तक कार्बन होता है। इनकी कठोरता कार्बन की मात्रा पर निर्भर करती है। 0.8--1.0 प्रतिशत कार्बन युक्त औजारी इस्पात का उपयोग उन पंचों, हथौड़ों और बड़ी छेनियों जैसे औजारों को बनाने में होता है जिनमें प्रत्यास्थता की आवश्यकता होती है। इससे अधिक कार्बनयुक्त इस्पात भंगुर होते हैं और उनका उपयोग बरमा, कोर औजार आदि को बनाने में होता है। रेजर इस्पात में 1.5 प्रतिशत कार्बन होता है।
(ख) मिश्रातु अथवा उच्च वेग औजारी इस्पात-- इसमें कार्बन की मात्रा समान्य कार्बन इस्पात से कम होती है तथा कार्बन के अलावा दूसरे घटक भी विद्यामान रहते हैं जिनमें टंगस्टन, वैनेडियम, क्रोमियम, मॉलिब्डेनम आदि प्रमुख हैं। इनका उपयोग आरी, खराद के औजारों, कटलरी, आदि के निर्माण में होता है।
Top and bottom process
शीर्ष-तल प्रक्रम
निकैल मैट में उपस्थित कॉपर सल्फाइड से निकैल सल्फाइड को पृथक करने का प्रक्रम। यह प्रक्रम इस तथ्य पर आधारित है कि सोडियम सल्फाइड में विलीन, गलित निकैल सल्फाइड और कॉपर सल्फाइड साम्यावस्था में दो द्रव परतों में पृथक हो जाते हैं। ऊपरी परत में अधिकांशतः कॉपर सल्फाइड होता है जबकि निचली परत में निकैल सल्फाइड होता है।
निकैल मैट को क्यूपोला में सोडियम सल्फेट और कोक के साथ गलाया जाता है जिससे उपर्युक्त पृथक्करण हो जाता है।