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Definitional Dictionary of Metallurgy (English-Hindi)
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Permet
पर्मेट एक ताम्र मिश्रातु जिसमें 49% तांबा, 21% निकैल और 30% कोबाल्ट होता है। यह चुंबकीय होता है और इसका उपयोग स्थायी चुंबकों को बनाने में किया जाता है।

Perminvar
परमिनवार निकैल मिश्रातुओं की श्रेणी जिनमें निकैल, क्रोमियम और कोबाल्ट के अतिरिक्त मैंगनीज अथवा मॉलिब्डेनम होता है। इनका अत्यल्प चुम्बकीय शैथिल्य होती है और मॉलिब्डेनम की उपस्थिति में उच्च आरंभिक चुंबकशीलता होती है।

Pewter metal
प्यूटर धातु वंग मूलक मिश्रातु जिसे आरंभ में अलंकरण-पात्रों के लिए बनाया गया था। रोमन प्यूटर में 70% वंग और 30% सीसा होता है। ट्यूडर प्यूटर में 90% तक होता है। एक अन्य मिश्रातु 91% वंग और 9% ऐन्टिमनी होता है जो अधिक कठोर होता है। सीसे की मात्रा बढ़ाने से मिश्रातु का रंग काला पड़ जाता है जो भोजन के लिए प्रयुक्त पात्रों के लिए अनुपयुक्त है। वंग की मात्रा घटाने पर अतिरिक्त ऐन्टिमनी मिलानी चाहिए ताकि मिश्रातु पर पॉलिश की जा सके। प्यूटर में सीसे की अवांछनीयता के कारण अनेक सीसा रहित श्वेत धातु मिश्रातु बनाए गए हैं।

Phase
प्रावस्था किसी मिश्रातु तंत्र का रसायनतः समांगी और सामान्यतया तापगतिकीयतः स्थायी घटक। यह घटक कोई शुद्ध धातु, धात्विक यौगिक, धातु और उपधातु (Metalloid) का यौगिक अथवा कोई ठोस विलयन हो सकता है। किसी पदार्थ की प्रत्येक अवस्था पृथक प्रावस्था बनाती है।

Phase diagram
प्रावस्था आरेख किसी मिश्रातु-तंत्र में प्रावस्था-क्षेत्रों और प्रावस्था-अभिक्रियाओं के साम्य-तापों और संघटन-सीमाओं का आलेखी निरूपण। यह ताप और संघटन की सीमाओं को प्रदर्शित करने वाले तापीय और अन्य आँकड़ों से प्रदर्शित किया जाता है। किसी द्वि-अंगी तंत्रों में सामान्यतया ताप को कोटि (Ordinate) और संघटन को भुज (Abscissa) पर रखा जाता है। इसे रचना-आरेख (Constitutional diagram) भी कहते है। साम्य अवस्थाओं को चित्रित करने के कारण प्रावस्था-आरेख को साम्यावस्था आरेख भी कहते हैं।

Phase rule
प्रावस्था नियम यदि कोई पदार्थ भिन्न प्रावस्थाओं में पाया जाए तो उसमें साम्वावस्था तब उत्पन्न होगी जब प्रत्येक प्रावस्था का रासायनिक विभव समान हो। यह विभव स्वातंत्रय कोटि अर्थात् संघटन, ताप और दाब पर निर्भर करता है। इस नियम के अनुसार प्रावस्थाओं (P) की संख्या और स्वातंत्र्य कोटि (F) का योग, घटकों की संख्या (C) और 2 के योग के बराबर होती है— P + F = C + 2 धातु-तंत्र में दाब का प्रभाव नगण्य होता है अतः यह नियम P + F= C + 1 हो जाता है।

Phos copper
फॉस तांबा एक ताम्र-मिश्रातु जिसमें 7-10 प्रतिशत तक फॉसफोरस होता है। इसका गलनांक कम और विद्युत चालकता अधिक होती है। इसका उपयोग विद्युत चालकों को बनाने में किया जाता है।

Phosphate rock
फॉस्फेट शैल कैल्सियम फॉस्फेट जो स्थूल निक्षेप के रूप में पाया जाता है। इसमें शुद्ध अवस्था में 32.1 प्रतिशत P₂O₅ होता है।

Phosphatizing
फॉस्फोटीकरण किसी धातु पर फॉस्फेट का लेप करना। इसके प्रमुख लाभ इस प्रकार है : लोहे या इस्पात पर पेन्ट या अन्य कार्बनिक पदार्थ को आसंजित करने में आसानी रहती है। निघर्षण (Wear) और कणपाटन (Galling) कम हो जाता है और अतप्त अभिक्रिया में आसानी रहती है। (3) वस्तु जंगरोधी हो जाती है। जंगरोधी बनाने के लिए लोहे या इस्पात को मैंगनीज लोह फॉस्फेट अथवा जस्त लोह फॉस्फेट के गरम विलयन में डुबाया जाता है जिससे मूल धातु पर फॉस्फेट का लेप जमा हो जाता है। इस प्रकार उत्पन्न लेप के संरक्षी प्रभाव को बढ़ाने के लिए उसे क्रोमिक अम्ल के विलयन में डुबाकर तेल से बंद कर दिया जाता है। इसे एट्रामेंट प्रक्रम भी कहते हैं। देखिए— Parkerising भी

Phosphor bronze
फॉस्फर कांसा पिटवाँ और ढलवाँ ताम्र-मिश्रातुओं की एक श्रेणी पिटवाँ मिश्रातुओं में 23 प्रतिशत तक वंग 0.25 प्रतिशत तक फॉस्फोरस होता है तथा ढलवाँ मिश्रातुओं में 14 प्रतिशत तक वंग, --प्रतिशत जस्ता, अधिकतम 1% प्रतिशत निकैल , 0.5 प्रतिशत फॉस्फोरस और 3.5 प्रतिशत तक सीसा होता है। पिटवाँ मिश्रातुओं का उपयोग स्प्रिंग आदि में तथा ढलवाँ मिश्रातुओं का उपयोग बेयरिंग आदि में किया जाता है। देखिए– Bronze भी


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