निकैल लेपन
विद्युत-अपघटन द्वा किसी धातु-पृष्ठ पर निकैल का लेप चढ़ाना। जिस वस्तु पर लेप चढ़ाना हो उसे कैथोड और धात्विक निकैल को ऐनोड बनाया जाता है। इसमें निकैल क्लोराइड अथवा निकैल सल्फेट का विद्युत-अपघट्य की भाँति उपयोग किया जाता है।
Nickel silver
निकैल सिल्वर
देखिए-- German silver
Nickel silver alloy
निकैल रजत मिश्रातु
ताम्र मिश्रातुओं की श्रेणी जिनमें 25% तक यशद, 35% तक निकैल और सूक्ष्म मात्रा में सीसा, मैंगनीज अथवा वंग होते हैं। ये उत्तम संक्षारणरोधी होते हैं। संघटन के अनुसार इनका उपयोग समुद्री फिटिंग, छुरी-काँटा डाई-संचकन, भाप-संयंत्रों, खाद्य उपस्कर और वास्तुशिल्प में होता है।
Nickeloy
निकैलॉय
50:50 लोहा-निकैल चुंबकीय मिश्रातु। यह उत्तम संक्षारणरोधी और ऊष्मारोधी होता है। इसका उपयोग रासायनिक संयंत्रों औऱ विद्युत उपकरणों में होता है।
Nicklad
निकैल अघिपटटन
देखिए-- Cladding
Nico metal
निको धातु
ताम्र-मिश्रातु जिसमें 10% निकैल होता है। संक्षारणोधी होने के कारण इसका उपयोग नलियों, चादरों और छड़ों को बनाने के लिए होता है।
Ni-hard
नाइ-हार्ड
घर्षणरोधी ढलवाँ लोहा जिसमें 3--4.5% निकैल, 0.75--1.5% क्रोमियम, 0.7% सिलिकन, 0.8 मैंगनीज, 3% कार्बन तथा अल्प मात्रा में गंधक और फास्फोरस होते हैं। इसका उपयोग पंपों, पेषण-प्लेटों आदि में होता है।
Nilo-alloy
निलो मिश्रातु
फेरस मिश्रातुओं की श्रेणी जिनमें 30--50% निकैल, 5% तक क्रोमियम होता है। इसका तापीय गुणांक कम होता है। इनका उपयोग पेंडुलम छड़ों तापस्थापियों तापन-एलिमेंट, इलेक्ट्रोनिक घटकों और धातु-काँच सील आदि में होता है। 50:50 लोहा-निकैल मिश्रातु को रेडियो धातु भी कहते हैं। क्योंकि उसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक वाल्वों और नलियों में होता है।
Nimonic alloys
निमोनिक मिश्रातु
निकैल मिश्रातुओं की श्रेणी जिनमें निकैल, क्रोमियम, तांबा और लोहे के अलावा अल्पमात्रा में मैंगनीज, सिलिकन, टाइटेनियम, कार्बन, ऐलुमिनियम, कोबाल्ट, सीसा, मॉलिब्डेनम, बोरॉन, गंधक आदि होते हैं। ये ऊष्मारोधी और विसर्पणरोधी होते हैं। इनका उपयोग गैस औऱ टरबाइन के फलकों और फिटिंग, भट्टी के घटकों तथा उच्च ताप और प्रतिबल पर प्रयुक्त घटकों के लिए किया जाता है।