संसेचन
1. सिंटरित संहति के रंध्रों को स्नेहक से भरने का प्रक्रम। सिंटरित अथवा असिंटरित संहति के रंध्रों को कम गलनांक की धातु अथवा मिश्रातु से भरना।
2. चूर्ण धातु मैट्रिक्स में अधात्विक पदार्थ के कणों को मिलाने का प्रक्रम जैसा हीरक संसिक्त औजारों में होता है।
3. सिंटरित संहति पर अन्य धातु का लेप करनें का प्रक्रम इसमें संहति को दूसरी धातु के चूर्ण में दबाकर गरम किया जाता है।
4. किसी धातु के पृष्ठ पर क्रोमियम, कार्बन आदि को विसरित करने का प्रक्रम।
5. किसी संचक में उपस्थित रंध्रों को दाब पर किसी द्रव पदार्थ द्वारा भरने का प्रक्रम। यह द्रव पदार्थ जमने पर रंध्रों को बंद कर देता है।
तुलना -- Infiltration
Impurity
अपद्रव्य
किसी धातु अथवा इस्पात में वे अवांछित तत्व अथवा यौगिक जो किसी अभिप्राय से नहीं मिलाए जाते है बल्कि स्वतः उपस्थित रहते हैं।
Inclusion count
अंतर्वेश गणना
इस्पात में समाविष्ट वस्तु की मात्रा को ज्ञात करने का साधन। इसके लिए अनेक विधियों का प्रयोग किया जाता है। समावेशों के सूक्ष्म मात्रा में उपस्थित रहने पर भी यांत्रिक गुणधर्मों में कहीं अधिक ह्रास हो जाता है, अतः यह उल्लेख करना आवश्यक है कि धातुओं और मिश्रातुओं में उनकी कितनी मात्रा उपस्थित है। प्रति इकाई क्षेत्रफल में विद्यमान समावेशों की संख्या, आमाप और आकार का अध्ययन, समावेश-गणना कहलाता है। सामान्यतया इन विधियों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मानकों में निर्दिष्ट किया जाता है।
देखिए-- Inclusion भी
Inclusion
अंतर्वेश
1. धूल, धातुमल या अन्य अपद्रव्यों के कण जो पिंडन के समय धातुओं में मिल जाते हैं अथवा धातुओं के अंदर अभिक्रियाओं के फलस्वरूप बनने वाले ऑक्साइड, सल्फाइड, सिलिकेट आदि भी समावेश के अंतर्गत आते हैं। इस्पात में पाए जाने वाले समावेश मुख्यतः मैंगनीज सल्फाइड और सिलिकेट धातुमल और ऐलुमिना है। पीतलों में पाए जाने वाले समावेशों में ड्रास (ऑक्साइड अथवा सिलिकेट) औकर चारकोल प्रमुख हैं।
2. अन्य ढलवाँ धातुओं और मिश्रातुओं में भी सुघट्य विरूपण और विशेष रूप से तप्त-कर्मण के समय समावेश पाए जाते हैं। इनमें से सुघट्य समावेश की धातु की प्रवाह की दिशा में दैर्ध्यवृद्धि हो जाती है और भंगुर समावेश टूट जाते हैं। समावेशों के वितरण आकार आमाप और स्वभाव का धातु या मिश्रातु के यांत्रित गुणधर्मों पर प्रभाव पड़ता है। समावेश के अध्ययन का धातुकर्म में विशेष महत्व है और उनके वर्गीकरण के लिए मानक धातु-चित्रण विधियों का प्रयोग होता है। हानिकारक प्रभावों के कारण समावेशों के निराकरण के लिए विशेष गलन-तकनीकों का प्रयोग किया जाता है जिनमें निर्वात अथवा विशेष गालकों का इस्तेमाल होता है।
3. देखिए-- Weld defect
INCO (International Nickel Company of Cannada) (flash smelting processs)
इन्को (स्फुर-प्रगलन प्रक्रम)
एक दमक प्रगलन प्रक्रम जिसमें विशेष निर्मित ज्वालकों द्वारा उच्च वेग ऑक्सीजन धारा की सहायता से सल्फाइड सांद्र और गालक को सीधे भ्राष्ट्र में अंतः क्षिप्त किया जाता है। प्रगलन-वायुमंडल किंचित ऑक्सीकारक होता है। इसके फलस्वरूप कुछ आयरन सल्फाइड का आयरन ऑक्साइड में ऑक्सीकरण हो जाता है जो सिलिका फ्लक्स के साथ मिलकर धातुमल बना देता है। शेष आयरन सल्फाइड और कॉपर सल्फाइड मिलकर मैट बनाते है। बहिर्गैस में SO₂ की सांद्रता बहुत अधिक होती है जिसे लाभकारी दृष्टि से प्राप्त किया जा सकता है।
तुलना-- Outokumpu flash smelting process
Incoloy
इन्कोलॉय
निकैल मिश्रातुओं की एक श्रेणी जिनमें निकैल, क्रोमियम और तांबा होता है। इनके अतिरिक्त अल्प मात्रा में कार्बन, मैंगनीज, सिलिकन, ऐलुमिनियम, टाइटेनियम और मॉलिब्डेनियम भी होते है। यह ऊष्मा और संक्षारणरोधी होता है। इसका उपयोग ऊष्मा विनिमायक, अम्ल-क्षार टंकियों, आच्छदों आदि, में किया जाता है।
Incomplete combustion
अपूर्ण दहन
देखिए-- Combustion के अंतर्गत
Incomplete fusion
अपूर्ण संगलन
देखिए-- Weld defect के अंतर्गत
Incomplete penetration
अपूर्ण अंतर्वेधन
देखिए-- Weld defect के अंतर्गत
Inconel
इन्कोनेल
ऊष्मारोधी निकैल मिश्रातु जिसमें 80% निकैल, 15% क्रोमियम और 5% लोहा होता है। यह अत्यंत मजबूत, अत्यन्त संक्षारणरोधी और उच्च ताप पर उत्तम ऑक्सीकरणरोधी होता है। सल्फ्यूस के वातावरण में 815°C के ऊपर इसका उपयोग नहीं हो सकता है।